ETV Bharat / bharat

'फ्री कश्मीर' की तख्ती के साथ प्रदर्शन करने वाली महिला पर नहीं होगी कार्रवाई : देशमुख

जेएनयू हिंसा के खिला मुंबई में विरोध प्रदर्शन किया गया था. विरोध प्रदर्शन के दौरान एक महिला ने 'फ्री कश्मीर' लिखी तख्ती लहराई थी, जिसके बाद वह सुर्खियों में आ गई थी. इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था. लेकिन महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का कहना है कि उसके 'फ्री कश्मीर' का मतलब वह नहीं है, जो समझा गया था. जांच चल रही है, अगर उसका मतलब वह नहीं है तो उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी.

etvbharat
अनिल देशमुख
author img

By

Published : Jan 23, 2020, 12:01 AM IST

Updated : Feb 18, 2020, 1:54 AM IST

मुंबई : महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को कहा कि पुलिस उस महिला के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी, जिसने यहां 'फ्री कश्मीर' (कश्मीर मुक्त करो) की तख्ती के साथ विरोध प्रदर्शन किया था.

देशमुख ने कहा कि यदि महिला का इरादा घाटी को वर्तमान स्थिति से मुक्ति दिलाने का था तो ऐसा करना 'भारत विरोधी' कार्य नहीं कहा जा सकता.

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले जेएनयू हमले के खिलाफ यहां हुए विरोध प्रदर्शन में भाग लेते हुए महक प्रभु नामक महिला ने 'फ्री कश्मीर' (कश्मीर मुक्त करो) की तख्ती दिखाई थी.

इस घटना ने जनता का ध्यान खींचा था और पुलिस भी हरकत में आ गई थी. बाद में पुलिस ने मामला भी दर्ज कर लिया था. हालांकि प्रभु ने इसके लिए माफी मांग ली थी, लेकिन कोलाबा पुलिस ने उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता 153बी के तहत मामला दर्ज कर लिया था.

'फ्री कश्मीर' मामले के बारे में पूछे जाने पर देशमुख ने कहा, 'हमने उस महिला का वाट्सएप संदेश देखा था, जिसमें उसने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में कोई इंटरनेट, मोबाइल सेवा नहीं है और विपक्षी नेता वहां गिरफ्तार हैं. क्या वह इस स्थिति से आजादी चाहती थी, उसका यह भी इरादा हो सकता था.'

देशमुख ने कहा कि शुरुआत में गृह विभाग ने सोचा होगा कि महिला का इरादा 'देश विरोधी' था.

यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र : मुंबई मैराथन में 64 वर्षीय धावक की हार्ट अटैक से मौत

उन्होंने कहा, 'लेकिन हम इसकी भी जांच कर रहे हैं कि उसका कोई और मकसद भी हो सकता है. अगर उसे लगता है कि कश्मीर को वर्तमान स्थिति से आजादी मिलनी चाहिए तो इसमें कोई बुराई नहीं है और यह राष्ट्र विरोधी कार्य नहीं है. अगर उसका इरादा राष्ट्र विरोधी नहीं है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने का कोई प्रश्न नहीं उठता है.'

मुंबई : महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को कहा कि पुलिस उस महिला के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी, जिसने यहां 'फ्री कश्मीर' (कश्मीर मुक्त करो) की तख्ती के साथ विरोध प्रदर्शन किया था.

देशमुख ने कहा कि यदि महिला का इरादा घाटी को वर्तमान स्थिति से मुक्ति दिलाने का था तो ऐसा करना 'भारत विरोधी' कार्य नहीं कहा जा सकता.

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले जेएनयू हमले के खिलाफ यहां हुए विरोध प्रदर्शन में भाग लेते हुए महक प्रभु नामक महिला ने 'फ्री कश्मीर' (कश्मीर मुक्त करो) की तख्ती दिखाई थी.

इस घटना ने जनता का ध्यान खींचा था और पुलिस भी हरकत में आ गई थी. बाद में पुलिस ने मामला भी दर्ज कर लिया था. हालांकि प्रभु ने इसके लिए माफी मांग ली थी, लेकिन कोलाबा पुलिस ने उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता 153बी के तहत मामला दर्ज कर लिया था.

'फ्री कश्मीर' मामले के बारे में पूछे जाने पर देशमुख ने कहा, 'हमने उस महिला का वाट्सएप संदेश देखा था, जिसमें उसने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में कोई इंटरनेट, मोबाइल सेवा नहीं है और विपक्षी नेता वहां गिरफ्तार हैं. क्या वह इस स्थिति से आजादी चाहती थी, उसका यह भी इरादा हो सकता था.'

देशमुख ने कहा कि शुरुआत में गृह विभाग ने सोचा होगा कि महिला का इरादा 'देश विरोधी' था.

यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र : मुंबई मैराथन में 64 वर्षीय धावक की हार्ट अटैक से मौत

उन्होंने कहा, 'लेकिन हम इसकी भी जांच कर रहे हैं कि उसका कोई और मकसद भी हो सकता है. अगर उसे लगता है कि कश्मीर को वर्तमान स्थिति से आजादी मिलनी चाहिए तो इसमें कोई बुराई नहीं है और यह राष्ट्र विरोधी कार्य नहीं है. अगर उसका इरादा राष्ट्र विरोधी नहीं है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने का कोई प्रश्न नहीं उठता है.'

Intro:Body:

“फ्री कश्मीर” की तख्ती के साथ प्रदर्शन करने वाली महिला पर नहीं होगी कार्रवाई: देशमुख



मुंबई, 22 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को कहा कि पुलिस उस महिला के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी जिसने यहां “फ्री कश्मीर” (कश्मीर मुक्त करो) की तख्ती के साथ विरोध प्रदर्शन किया था।



देशमुख ने कहा कि यदि महिला का इरादा घाटी को वर्तमान स्थिति से मुक्ति दिलाने का था तो ऐसा करना “भारत विरोधी” कार्य नहीं कहा जा सकता।



जेएनयू हमले के खिलाफ यहां हुए विरोध प्रदर्शन में भाग लेते हुए महक प्रभु नामक महिला ने “फ्री कश्मीर” (कश्मीर मुक्त करो) की तख्ती दिखाई थी।



इस घटना ने जनता का ध्यान खींचा था और पुलिस ने मामला भी दर्ज किया था। हालाँकि प्रभु ने इसके लिए माफी मांग ली थी लेकिन कोलाबा पुलिस ने उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता 153बी के तहत मामला दर्ज किया था।



इसके बारे में पूछे जाने पर देशमुख ने कहा, “हमने उस महिला के व्हाट्स एप संदेश देखे थे। उनमें उसने कहा था कि जम्मू कश्मीर में कोई इंटरनेट, मोबाइल सेवा नहीं है और विपक्षी नेता वहां गिरफ्तार हैं। क्या वह इस स्थिति से आजादी चाहती थी? उसका यह भी इरादा हो सकता था।”



देशमुख ने कहा कि शुरुआत में गृह विभाग ने सोचा होगा कि महिला का इरादा “देश विरोधी” था।



उन्होंने कहा, “लेकिन हम इसकी भी जांच कर रहे हैं कि उसका कोई और मकसद भी हो सकता है। अगर उसे लगता है कि कश्मीर को वर्तमान स्थिति से आजादी मिलनी चाहिए तो इसमें कोई बुराई नहीं है और यह राष्ट्र विरोधी कार्य नहीं है। अगर उसका इरादा राष्ट्र विरोधी नहीं है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने का कोई प्रश्न नहीं उठता।”


Conclusion:
Last Updated : Feb 18, 2020, 1:54 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.