रामपुर: जहां एक ओर ओम का उच्चारण और भारत माता की जय के नारों को कई संगठनों ने गैर इस्लामिक बताया है, वहीं मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहतअली खान ने राष्ट्रपति को एक ज्ञापन दिया, जिसमें उन्होंने अपने खून से जय श्री राम लिखा है.
आपको बता दें, फरहतअली खान की मांग थी कि पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने बंगाल में हिटलर शाही का माहौल बना कर रखा हुआ है. वे धार्मिक नारों को बोलने पर लाठी चार्ज करती हैं, और जेल में बंद करवा देती हैं. इसलिए जरूरी है कि वहां पर राष्ट्रपति शासन लगाया जाए.
बता दें फरहत अली खान आज रामपुर के अंबेडकर पार्क पहुंचे और उन्होंने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया, जिसमें उन्होंने अपने खून से जय श्री राम लिखा था.
उनका कहना है कि ममता बनर्जी ने पूरे राष्ट्र में अराजकता का माहौल फैला रखा है. उन्होंने वहां के निवासियों की स्वतंत्रता का अधिकार भी छीन रखा है. जबकि भारत अनेकों परंपराओं और धार्मिक मान्यताओं का देश है जहाँ हर मजहब के लोगों को अपने धार्मिक नारों और त्योहारों को मनाने का पूरा हक है.
पढ़ेंः ममता का डैमेज कंट्रोल, मुस्लिम मेजोरिटी वाले स्कूलों के लिए सर्कुलर लिए वापस
मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहत अली खान ने कहा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री हिटलर शाही पर उतारू है और उन्होंने वहां का माहौल इतना खराब कर रखा है कि लोग अपने धार्मिक नारों और अपने धर्म का पालन नहीं कर पा रहे हैं और ममता बनर्जी चाहती है कि वहां पर खाना जंगी जैसे हालात हो.
उन्होंने आगे कहा, आज हमने एक धार्मिक नाम जो जय श्री राम का नाम है उस नाम को अपने खून से लिखा है और हिंदुस्तान का मुसलमान जहां इस्लाम की कदर करता है वहां श्रीराम से भी प्यार करता है और हमारे लिए श्रीराम भी उतने प्यारे हैं जितना कि रहमान.