नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर कहा कि भारत और कुवैत के बीच पर्याप्त उड़ानों का संचालन किया जा रहा है. अबतक 1,33,000 भारतीयों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 87,022 लोगों को वापस लाया गया है.
इससे पहले आज अदालत ने केंद्र से कुवैत में फंसे भारतीयों को वापस लाने का एक तरीका खोजने के लिए कहा था, जिसके जवाब में विदेश मंत्रालय ने एक हलफनामा दायर किया है.
विदेश मंत्रालय ने अदालत को सूचित किया है कि एक अक्टूबर तक वंदे भारत मिशन के तहत 177 विशेष उड़ानों और 382 चार्टर्ड और विशेष उड़ानों सहित कुल 559 उड़ानें संचालित की गई हैं.
एफिडेविट में कहा गया कि हालांकि, कुछ पंजीकृत लोग अब यात्रा करने के लिए तैयार नहीं हैं. इसके अलावा भी कई अन्य लोग है, जिन्होंने वंदे भारत मिशन के तहत पंजीकरण कराया, लेकिन वह अन्य उड़ानों में यात्रा किए हैं.
अक्टूबर 2020 में वंदे भारत मिशन के सातवें चरण के दौरान एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस और इंडिगो एयरलाइंस कुवैत और भारत के विभिन्न गंतव्यों के बीच कुल 83 उड़ानें संचालित कर रही है.
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केंद्र ने कहा कि विदेशी एयरलाइंस जैसे कुवैत एयरवेज और जजीरा एयरलाइंस भी कोविड-19 महामारी को समय कुवैत और भारत के बीच पर्याप्त संख्या में उड़ानों का संचालन कर रहे हैं. इस महीने में भी इसका संचालन जारी रखा जाएगा. अब उड़ानों की उपलब्धता कुवत में फंसे होने रहने का कारण नहीं है.
अगर यात्रा के लिए या अन्य परिचालन मुद्दों के लिए पर्याप्त लोग नहीं हैं, तो फ्लाइट्स को पुनर्निर्धारित या रद्द कर दिया जा रहा है.