चेन्नई: तमिलनाडु की रहने वाली प्रेमलता को जेनेवा में मानवाधिकार परिषद सामाजिक मंच पर आमंत्रित किया गया है. वे मदुरै में रहती है और कानून की पढ़ाई करना चाहती हैं. वे इस मंच से लोगों को संबोधित करेंगी.
इस कार्यक्रम में वे अपनी एक डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग भी करेंगी. डॉक्यूमेंट्री का नाम ए पाथ टू डिग्निटी: द पावर ऑफ ह्यूमन राइट्स एजुकेशन (गरिमा का मार्ग: मानव अधिकार शिक्षा की शक्ति). साल 2012 में प्रेमलता ने इसमें एक किरदार निभाया था.
वे कहती हैं कि ये मौका मेरे लिए खुशी की बात बात है. हमारे देश में कई जातियां है, हम नहीं चाहते कि ये जातियां रहें. जातिवाद खत्म हो. मैं इस मौके का पूरा सदुप्योग करूंगी और संयुक्त राष्ट्र तक अपनी आवाज पहुंचाऊंगी. मैं कानून की पढ़ाई करना चाहती थी, लेकिन कई बार कई कारणों के चलते मैं इससे पीछे हटी. मुझे कानून पढ़ाई करने का मौका दिया जाए. वह मंच से मानवाधिकार शिक्षा से जुड़े विषयों पर बात रख सकती हैं.