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करतारपुर गलियारे पर PAK की टैक्स वसूली का विरोध, राजस्थान के भाजपा-कांग्रेस नेता बोले - ये ओछी मानसिकता

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Published : Oct 24, 2019, 12:08 AM IST

भारत-पाकिस्तान के बीच करतारपुर साहिब को लेकर बनने वाले कॉरिडोर अंतिम मसौदा तैयार होने से पहले ही अटकता नजर आ रहा है. पाकिस्तान करतारपुर साहेब जाने वाले भारतीय श्रद्धालुओं से 20 डॉलर प्रति व्यक्ति के हिसाब से शुल्क यानी जजिया वसूलने पर अड़ा होना है. इस मुद्दे पर राजस्थान के भाजपा से लेकर कांग्रेस नेताओं तक ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर...

करतारपुर साहिब ( डिजाइन फोटो)व

जयपुर : करतारपुर गलियारा में दर्शन के लिए पाकिस्तान सरकार द्वारा सिख श्रद्धालुओं से टैक्स वसूली का विरोध बढ़ता जा रहा है. राजस्थान से भाजपा और कांग्रेस के कई अल्पसंख्यक नेताओं ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. राजस्थान हज कमेटी के पूर्व अध्यक्ष फिरोज खान और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के महामंत्री हामिद मेवाती ने पाकिस्तान के इस कृत्य ओछी हरकत करार दिया है.

अजमेर दरगाह पर हम टैक्स वसूलें तो क्या होगा : अल्पसंख्यक नेता
भाजपा नेताओं के अनुसार पाकिस्तान भारत से करतारपुर साहिब जाने वाले धर्मावलियों पर टैक्स और शुल्क लगा रहा है, लेकिन पाकिस्तान यह भूल गया कि उसके भी कई अकीदतमंद अजमेर दरगाह सहित कई धार्मिक स्थानों पर आते हैं. उनके अनुसार यदि भारत भी पाकिस्तान की तरह इन अकीदतमंदों से शुल्क वसूलना शुरू करें तो फिर क्या होगा. इन नेताओं के अनुसार भारत की सरकार इस तरह की ओछी मानसिकता नहीं रखती लेकिन पाकिस्तान को इस प्रकार की हरकतों से बाज आना चाहिए.

करतारपुर साहिब पर प्रतिक्रिया.

पाकिस्तान सोचता है, वैसा ही भारत भी सोचे, यह जरूरी नहीं : नेता प्रतिपक्ष
शुल्क लगाने के मामले पर राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. कटारिया के अनुसार भारत में भी पाकिस्तान से कई जायरीन धार्मिक यात्रा पर आते हैं, लेकिन जिस तरह पाकिस्तान सोचता है, वैसे भारत भी सोचे यह जरूरी नहीं. कटारिया ने साफ कहा कि हमारा मकसद पैसा कमाना नहीं बल्कि लोगों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना है.

पाकिस्तान को टैक्स की राजनीति नहीं करनी चाहिए : प्रताप सिंह खाचरियावास
राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि हालांकि उन्हें इस टैक्स के बारे में पूरी जानकारी नहीं है. लेकिन पाकिस्तान को टैक्स की राजनीति नहीं करनी चाहिए. भारत सभी धर्मों का सम्मान करता है. उन्होंने कहा कि यदि यहां से कोई सिख व्यक्ति पाकिस्तान जाता है या पाकिस्तान से कोई सिख हिन्दुस्तान आता है तो उस पर टैक्स नहीं लगना चाहिए. धर्म में टैक्स बीच में नहीं आना चाहिए.

पाकिस्तान को हटाना चाहिए टैक्स : कांग्रेस नेता सलावत खान
वहीं करतारपुर गलियारे में पाकिस्तान सरकार द्वारा लगाये जा रहे टैक्स का विरोध कांग्रेस नेता भी कर रहे हैं. कांग्रेस नेता सलावत खान ने कहा है कि भारत से जो सिख संगत पाकिस्तान जा रही है, उनसे टैक्स वसूली गलत है. खान ने कहा कि भारत में जितने भी धर्मावलम्बी पाकिस्तान या अन्य देशों से आते हैं, उनसे किसी प्रकार का टैक्स नहीं वसूला जाता. इसलिए मेरी पाकिस्तान से दरख्वास्त है कि इस हिजारत को फ्री कर देना चाहिए.

पढ़ें : फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने केंद्र को सौंपी रिपोर्ट, कहा - जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात सामान्य

गौरतलब है कि पाकिस्तान में करतारपुर साहिब की धार्मिक स्तर पर काफी मान्यता है और भारत से भी हजारों लोग वहां दर्शन के लिए जाते हैं. करतारपुर गलियारा अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग चार किमी दूर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के नरोवाल जिले के करतारपुर में स्थित गुरुद्वारे को भारत के पंजाब में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ेगा. लेकिन भारत प्रत्येक तीर्थयात्री पर 20 अमेरिकी डॉलर का सेवा शुल्क लगाने के पाकिस्तान के फैसले का कड़ा विरोध कर रहा है.

जयपुर : करतारपुर गलियारा में दर्शन के लिए पाकिस्तान सरकार द्वारा सिख श्रद्धालुओं से टैक्स वसूली का विरोध बढ़ता जा रहा है. राजस्थान से भाजपा और कांग्रेस के कई अल्पसंख्यक नेताओं ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. राजस्थान हज कमेटी के पूर्व अध्यक्ष फिरोज खान और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के महामंत्री हामिद मेवाती ने पाकिस्तान के इस कृत्य ओछी हरकत करार दिया है.

अजमेर दरगाह पर हम टैक्स वसूलें तो क्या होगा : अल्पसंख्यक नेता
भाजपा नेताओं के अनुसार पाकिस्तान भारत से करतारपुर साहिब जाने वाले धर्मावलियों पर टैक्स और शुल्क लगा रहा है, लेकिन पाकिस्तान यह भूल गया कि उसके भी कई अकीदतमंद अजमेर दरगाह सहित कई धार्मिक स्थानों पर आते हैं. उनके अनुसार यदि भारत भी पाकिस्तान की तरह इन अकीदतमंदों से शुल्क वसूलना शुरू करें तो फिर क्या होगा. इन नेताओं के अनुसार भारत की सरकार इस तरह की ओछी मानसिकता नहीं रखती लेकिन पाकिस्तान को इस प्रकार की हरकतों से बाज आना चाहिए.

करतारपुर साहिब पर प्रतिक्रिया.

पाकिस्तान सोचता है, वैसा ही भारत भी सोचे, यह जरूरी नहीं : नेता प्रतिपक्ष
शुल्क लगाने के मामले पर राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. कटारिया के अनुसार भारत में भी पाकिस्तान से कई जायरीन धार्मिक यात्रा पर आते हैं, लेकिन जिस तरह पाकिस्तान सोचता है, वैसे भारत भी सोचे यह जरूरी नहीं. कटारिया ने साफ कहा कि हमारा मकसद पैसा कमाना नहीं बल्कि लोगों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना है.

पाकिस्तान को टैक्स की राजनीति नहीं करनी चाहिए : प्रताप सिंह खाचरियावास
राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि हालांकि उन्हें इस टैक्स के बारे में पूरी जानकारी नहीं है. लेकिन पाकिस्तान को टैक्स की राजनीति नहीं करनी चाहिए. भारत सभी धर्मों का सम्मान करता है. उन्होंने कहा कि यदि यहां से कोई सिख व्यक्ति पाकिस्तान जाता है या पाकिस्तान से कोई सिख हिन्दुस्तान आता है तो उस पर टैक्स नहीं लगना चाहिए. धर्म में टैक्स बीच में नहीं आना चाहिए.

पाकिस्तान को हटाना चाहिए टैक्स : कांग्रेस नेता सलावत खान
वहीं करतारपुर गलियारे में पाकिस्तान सरकार द्वारा लगाये जा रहे टैक्स का विरोध कांग्रेस नेता भी कर रहे हैं. कांग्रेस नेता सलावत खान ने कहा है कि भारत से जो सिख संगत पाकिस्तान जा रही है, उनसे टैक्स वसूली गलत है. खान ने कहा कि भारत में जितने भी धर्मावलम्बी पाकिस्तान या अन्य देशों से आते हैं, उनसे किसी प्रकार का टैक्स नहीं वसूला जाता. इसलिए मेरी पाकिस्तान से दरख्वास्त है कि इस हिजारत को फ्री कर देना चाहिए.

पढ़ें : फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने केंद्र को सौंपी रिपोर्ट, कहा - जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात सामान्य

गौरतलब है कि पाकिस्तान में करतारपुर साहिब की धार्मिक स्तर पर काफी मान्यता है और भारत से भी हजारों लोग वहां दर्शन के लिए जाते हैं. करतारपुर गलियारा अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग चार किमी दूर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के नरोवाल जिले के करतारपुर में स्थित गुरुद्वारे को भारत के पंजाब में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ेगा. लेकिन भारत प्रत्येक तीर्थयात्री पर 20 अमेरिकी डॉलर का सेवा शुल्क लगाने के पाकिस्तान के फैसले का कड़ा विरोध कर रहा है.

Intro:The Supreme Court today began the hearing on a petition raising question weather freedom of speech and expression(Article 21) of a person holding a position of power can be curbed as the expression impinges on the other person's Article 21.


Body:After Azam Khan, UP state Cabinet minister made a statement regarding a rape case that it was a political conspiracy, relative of the victim moved to the SC seeking action against Khan.

The bench headed by Justice Arun Mishra said that it would consider all the questions referred to it by a 3 judge bench in 2017 after the statement was made in 2016 against the victim.

AG KK Venugopal contended that Article 21 was not absolute and it has certain exceptions under Article 19(2) of the constitution. The question is weather it can be extended and to what level.

"Prosecution also has a right and an accused also has a right. Now a days, in media, an accused is convicted even before the judgement comes", said SC.


Conclusion:The hearing will continue tomorrow.
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