नई दिल्लीः आने वाले दिनों में तीन राज्यों- महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. भाजपा इन चुनावों की तैयारियों में जुट गई है. हालांकि, बीजेपी ने पार्टी में आंतरिक कलह की बात खारिज कर दी है.
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स में राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश अध्यक्ष या मुख्यमंत्री के पद को लेकर खींचतान की खबरें सामने आई हैं. झारखंड में रघुवर दास और अर्जुन मुंडा के बीच आपसी खींचतान के अलावा महाराष्ट्र और हरियाणा में भी आपसी मतभेद की अटकलें हैं.
इन सवालों पर बीजेपी प्रवक्ता सुदेश वर्मा ने कहा कि पार्टी में इन फाइटिंग (अंदरुनी लड़ाई) कहना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि स्वाभाविक रूप से बीजेपी के पास चांस ज्यादा है. उन्होंने कहा कि हर कार्यकर्ता को चुनाव लड़ने की इच्छा हो सकती है.
सुदेश वर्मा ने कहा कि बीजेपी का सक्रिय कार्यकर्ता चुनाव लड़ना चाहता है, इसमें कुछ भी गलत नहीं है. सबकी महत्वाकांक्षा होती है, लेकिन टिकट सीमित है, इसलिए सभी लोगों को मौका नहीं मिल सकता. एक बार टिकट मिलने के बाद सभी लोग उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार करने लगते हैं.
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मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर भी पार्टी के नेताओं में मुख्यमंत्री बनने की होड़ है. सूत्रों से पता चला कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा को इस मसले ने निपटने की जिम्मेदारी सौंपी है.
इससे जुड़े सवाल पर सुदेश वर्मा ने कहा कि ये तो अच्छी बात है कि बीजेपी का हर कार्यकर्ता खुद को सीएम कैंडिडेट समझता है. ये हमारी पार्टी की क्षमता और मजबूती दिखाता है.
बकौल सुदेश वर्मा, जब तक पार्टी सीएम का नाम पार्टी प्रोजेक्ट नहीं करती, जिसे टिकट मिलेगा, वे चुनाव जीतेंगे और सीएम का नाम तय होगा और यही प्रक्रिया है.