नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने शुक्रवार को भारतीय एयरलाइनों को कोरोना वायरस महामारी के दौर से पहले की उनकी घरेलू विमान सेवाओं की कुल क्षमता के हिसाब से 45 फीसदी तक उड़ान भरने की मंजूरी दी.
कोरोना वायरस महामारी को नियंत्रण में करने के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से करीब दो महीने तक सेवा बंद रहने के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 25 मई से घरेलू यात्री सेवा को परिचालन की मंजूरी दे दी थी. हालांकि, एयरलाइनों को कोरोना काल से पहले वाली उनकी संख्या के हिसाब से सिर्फ एक तिहाई उड़ानें भरने की ही मंजूरी दी गई थी.
मंत्रालय ने 21 मई को जारी अपने आदेश में संशोधन करते हुए शुक्रवार को कहा, 'एक तिहाई क्षमता को 45 फीसदी क्षमता पढ़ा जाए.'
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को ट्वीट करके बताया कि देश में घरेलू उड़ान सेवा को मंजूरी दिए जाने के बाद से एक महीने में 18,92,581 यात्रियों ने 21,316 उड़ानों के जरिए देश के विभिन्न हिस्सों की यात्रा की.
पुरी ने इससे पहले कहा था कि घरेलू उड़ानों के परिचालन के 55 प्रतिशत पर पहुंचने के बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ान संचालन को फिर से शुरू करने के बारे में सोचा जा सकता है.
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