बेंगलुरु : बेंगलुरु की सीसीबी पुलिस ने एक ट्रक से करोड़ों रुपये के मादक पदार्थ बरामद किए हैं. हैरानी की बात ये है कि चुनाव में हारे हुए एक उम्मीदवार का भी इसमें हाथ बताया जा रहा है.
समीर बिन, कैसर पाशा और इस्माइल को सीसीबी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनमें से एक मैसूर शहर में कॉर्पोरेट चुनाव हार गया था. आरोपी समीर ट्रक को आंध्र प्रदेश राज्य के तुनी गांव से बेंगलुरु ले जा रहा था. समीर कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में कैसर पाशा और इस्माइल की मदद से ड्रग्स बेचता था. वे बेंगलुरु, मैसूर, रामनगर, चिक्कमंगलुरु, चिकाकाबलापुरा और कर्नाटक के कुछ अन्य हिस्सों में ड्रग बेचते थे.
ट्रक में मादक पदार्थ ले जाने की खबर मिलने के बाद सीसीबी पुलिस और टीम ने ट्रक रोककर तलाशी ली, जिसके बाद वे मादक पदार्थ और आरोपियों को पकड़ने में कामयाब रहे.
बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर ने बताया कि कर्नाटक में इनका काफी बड़ा नेटवर्क है, जिसके जरिए ये मादक पदार्थ बेच रहे थे और उनका मुख्य टारगेट कॉलेज स्टूडेंट्स और कर्नाटक के यंग बिजनेसमैन हैं.
गृह मंत्री बसवराज बोम्मयी ने बेंगलुरु में हुए दंगों के बाद पुलिस विभाग को निर्देश दिए हैं कि शहर में बढ़ते अपराध पर लगाम लगाएं और शहर को जीरो टॉलरेंस सिटी बनाएं.
बेंगलुरु शहर में अधिकांश युवा पीढ़ी को ड्रग्स की लत है और यहां ड्रग सेलिंग नेटवर्क अपने चरम पर है. ड्रग माफिया को नियंत्रित करने के लिए पुलिस विभाग उनपर कड़ी कार्रवाई कर रहा है.
पुलिस ने करीब एक करोड़ रुपये की 204 किलो कैनबिस जब्त की है. साथ ही 3 मोबाइल फोन, एक इंडिगो कार और ट्रक जो ड्रग डीलर्स से संबंधित है बरामद किया.
सीसीबी एजेंसी ने पुष्टि की है कि पहली बार शहर में कैनबिस भारी मात्रा को जब्त किया गया है.
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