नई दिल्लीः 2019 लोकसाभा चुनावों, तमिलनाडु और पुदुचेरी में विधानसभाओं के चुनावों के दौरान CPI और उसके सहयोगियों को विरोधी पार्टी DMK से 40 करोड़ की मदद मिली थी.
चुनाव आयोग के समक्ष DMK द्वारा दायर चुनाव व्यय हलफनामे में इस बात की पुष्टि हुई है. इसमें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी को 15 करोड़ वहीं Gongu Nadu लोकतांत्रिक पार्टी को 10 करोड़ की मदद मिली थी.
आपको बता दें कि CPI और उसके सहयोगियों ने लोकसभा चुनाव में DMK के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था.
पढ़ें-भाजपा के घोषणा पत्र को CPI ने बताया जुमला, कहा- ट्रैक रिकॉर्ड संदेहजनक
यह आम बात है कि चुनाव के दौरान बड़ी पार्टियां गठबंधन में पार्टियों की मदद करती हैं. हालांकि यह मामला अलग इस लिए है क्योंकि CPI ने हमेशा से पूंजीवादी विचारधारा का विरोध किया है. वहीं चुनाव के दौरान उसकी विचारधारा से बिल्कुल विपरीत विचारों की पार्टी से वित्तीय मदद भी ली.
इस मामले पर CPI नेता डी राजा ने कहा, हम लोकसभा चुनाव लड़ने के समय एक गठबंधन में थे. यह स्पष्ट है कि गठबंधन के साथी एक-दूसरे की मदद करते हैं, सामूहिक रूप से काम करते हैं. इसमें छिपाने वाली कोई बात नहीं है, सारा लेन देन बैंक माध्याम से हुआ है.