नई दिल्ली: भारत ने रक्षा विभाग को मजबूती प्रदान करने के लिए रुस से S-400 मिसाइल का सौदा किया है. कुछ ही महीनों में यह घातक मिसाइल भारत के पास होगी. रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह S-400 भारत के लिए गेम चेंजर साबित होगा. तो वहीं चीन और पाकिस्तान के लिए चिंता का विषय होगा.
ईटीवी भारत से बता करते हुए रक्षा विशेषज्ञ मेजर जनरल पी के सहगल (सेवानिवृत्त) ने कहा कि S-400 किसी भी हवाई लक्ष्य को भेदने में सक्षम है, चाहे वह क्रूज मिसाइल हो या विमान हो, या10 मीटर से लेकर 30 किलोमीटर की ऊंचाई पर ड्रोन को भी निशाना बना लेगा.
रक्षा विशेषज्ञ ने कहा कि यदि यह तकनीकी भारतीय सीमा से 100 किमी की दूरी पर स्थित होगा तो यह पाकिस्तान में किसी भी लक्ष्य को भेद सकता है. साथ में पाक के सभी बड़े हवाई क्षेत्र इसके सीमा के अंदर होंगे.
8 सितंबर को रूस के उप प्रधानमंत्री यूरी बोरिसोव ने अवगत किया कि S-400 रक्षा तकनीकी समय पर भारत को दे दी जाएगी.
S-400 सौदे पर अमेरिका को आपत्ति है. इस पी के सहगल ने कहा कि भारतीय विदेश मंत्री एस जंयशंकर स्पष्ट रूप से संकेत किया है कि जंहा तक S-400 का संबंध राष्ट्रहित में है और इससे कोई समझौता नहीं होगा. भारत ने अमेरिका को बताया है कि यह दुनिया में सबसे अच्छा है इसलिए हम इस प्रणाली को आगे बढ़ा रहे हैं.
बता दें कि भारत ने पिछले साल नई दिल्ली में आयोजित इंडो-रूस वार्षिक सम्मेंलन में रूस के S-400 के लिए 5.43 बिलियन अमरीकी डॉलर का करार किया था.