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कांग्रेस ने पूछा - क्या आम चुनाव से पहले नागरिकों, नेताओं की जासूसी करा रही थी मोदी सरकार

व्हाट्सएप के जरिये जासूसी को लेकर कांग्रेस केंद्र पर लगातार सवालों की बौछार कर रही है. इसी क्रम में कांग्रेस ने केंद्र से सवाल किया है कि क्या आम चुनाव से पहले मोदी सरकार ने नागरिकों और नेताओं की जासूसी कराई थी. पढ़ें पूरी खबर...

फाइल फोटो
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Published : Nov 3, 2019, 9:34 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस ने व्हाट्सएप के जरिये जासूसी मामले में मोदी सरकार पर हमला तेज करते हुए पूछा है कि क्या 2019 लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा सरकार ने नागरिकों और नेताओं की जासूसी करायी थी.

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रश्न किया कि क्या सत्ता में बैठे लोग आपराधिक षड्यंत्र के दोषी हैं और क्या सरकार को प्रतिष्ठित व्यक्तियों की जासूसी कराने के लिए अवैध स्पाईवेयर का इस्तेमाल किये जाने की जानकारी थी.

सुरजेवाला ने भाजपा को भारतीय जासूस पार्टी बुलाते हुए कहा, 'क्या सरकार को मई 2019 से अवैध स्पाईवेयर की जानकारी थी?'

उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र को अप्रैल-मई से ही पेगासस के बारे में जानकारी थी. केंद्र को सितम्बर 2019 में फेसबुक और व्हाट्सएप ने इसके बारे में बता दिया था पर दोनों बार केंद्र ने इसके बारे में चुप्पी साधे रखी.

उन्होंने केंद्र से यह सवाल भी किया कि जब देश के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद व्हाट्सएप और फेसबुक के सीईओ और वाइस प्रेसिडेंट से मिलते हैं तो वह इस हैक की चर्चा क्यों नहीं करते.

गौरतलब है कि व्हाट्सएप ने सितम्बर में भारत सरकार को सूचित किया था कि इजराइली स्पाईवेयर पेगासस ने 121 भारतीय उपयोगकर्ताओं को निशाना बनाया था. लेकिन सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने तर्क दिया कि मैसेजिंग ऐप से प्राप्त जानकारी अपर्याप्त और अपूर्ण थी.

पढ़ें - जासूसी कांड : कांग्रेस का आरोप - प्रियंका गांधी का व्हाट्सएप भी हैक

व्हाट्सएप से जुड़े सूत्रों ने कहा कि इस मैसेजिंग मंच ने सरकार द्वारा पिछले सप्ताह पूछे गये प्रश्न का जवाब अब दिया है.

सरकार ने पेगासस स्पाईवेयर घटना पर स्पष्टीकरण मांगा है, जिसने भारत सहित दुनियाभर के पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की कथित रूप से जासूसी की थी.

नई दिल्ली : कांग्रेस ने व्हाट्सएप के जरिये जासूसी मामले में मोदी सरकार पर हमला तेज करते हुए पूछा है कि क्या 2019 लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा सरकार ने नागरिकों और नेताओं की जासूसी करायी थी.

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रश्न किया कि क्या सत्ता में बैठे लोग आपराधिक षड्यंत्र के दोषी हैं और क्या सरकार को प्रतिष्ठित व्यक्तियों की जासूसी कराने के लिए अवैध स्पाईवेयर का इस्तेमाल किये जाने की जानकारी थी.

सुरजेवाला ने भाजपा को भारतीय जासूस पार्टी बुलाते हुए कहा, 'क्या सरकार को मई 2019 से अवैध स्पाईवेयर की जानकारी थी?'

उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र को अप्रैल-मई से ही पेगासस के बारे में जानकारी थी. केंद्र को सितम्बर 2019 में फेसबुक और व्हाट्सएप ने इसके बारे में बता दिया था पर दोनों बार केंद्र ने इसके बारे में चुप्पी साधे रखी.

उन्होंने केंद्र से यह सवाल भी किया कि जब देश के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद व्हाट्सएप और फेसबुक के सीईओ और वाइस प्रेसिडेंट से मिलते हैं तो वह इस हैक की चर्चा क्यों नहीं करते.

गौरतलब है कि व्हाट्सएप ने सितम्बर में भारत सरकार को सूचित किया था कि इजराइली स्पाईवेयर पेगासस ने 121 भारतीय उपयोगकर्ताओं को निशाना बनाया था. लेकिन सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने तर्क दिया कि मैसेजिंग ऐप से प्राप्त जानकारी अपर्याप्त और अपूर्ण थी.

पढ़ें - जासूसी कांड : कांग्रेस का आरोप - प्रियंका गांधी का व्हाट्सएप भी हैक

व्हाट्सएप से जुड़े सूत्रों ने कहा कि इस मैसेजिंग मंच ने सरकार द्वारा पिछले सप्ताह पूछे गये प्रश्न का जवाब अब दिया है.

सरकार ने पेगासस स्पाईवेयर घटना पर स्पष्टीकरण मांगा है, जिसने भारत सहित दुनियाभर के पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की कथित रूप से जासूसी की थी.

Intro:Randeep Singh Surjewala while addressing a press conference at AICC , New Delhi, said that even Priyanka Gandhi's phone was hacked by the pegasus. "WhatsApp supposedly sent messages to different people whose phones were hacked, one such message was also recieved from WhatsApp on the telephone of Srimati Priyanka Gandhi Vadra," said Surjewala.


Body:Calling out BJP as "Bhartiya Jasoos Party", congress said that pegasus was used in the 2019 lok sabha elections which concluded in may this year. Facebook had informed the Central government about the hacking and a report on it was also issued on 17th may by the Ministry of Information and Technology.Facebook had issued a second warning as well in September but the government kept "mum".

Congress also said that Ravi Shanker Prasad , minister for information and technology, met Whatsapp CEO Chris Daniels and Facebook VP Nick Clegg in August and September respectively but "chose to keep mum."

Citing the NSO website, congress said that all the NSO products are exclusively sold to the government so no private entity could have bought it.





Conclusion:WhatsApp had informed earlier this week that phones of several Indians, which included lawyers, activists, journalists and gov officials was hacked. The cyber attack happened in may and the WhatsApp had sent messages to people whose were phones were hacked by an Israeli company NSO's spyware. The number of people affected are yet to be ascertained.
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