नई दिल्ली : कांग्रेस ने व्हाट्सएप के जरिये जासूसी मामले में मोदी सरकार पर हमला तेज करते हुए पूछा है कि क्या 2019 लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा सरकार ने नागरिकों और नेताओं की जासूसी करायी थी.
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रश्न किया कि क्या सत्ता में बैठे लोग आपराधिक षड्यंत्र के दोषी हैं और क्या सरकार को प्रतिष्ठित व्यक्तियों की जासूसी कराने के लिए अवैध स्पाईवेयर का इस्तेमाल किये जाने की जानकारी थी.
सुरजेवाला ने भाजपा को भारतीय जासूस पार्टी बुलाते हुए कहा, 'क्या सरकार को मई 2019 से अवैध स्पाईवेयर की जानकारी थी?'
उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र को अप्रैल-मई से ही पेगासस के बारे में जानकारी थी. केंद्र को सितम्बर 2019 में फेसबुक और व्हाट्सएप ने इसके बारे में बता दिया था पर दोनों बार केंद्र ने इसके बारे में चुप्पी साधे रखी.
उन्होंने केंद्र से यह सवाल भी किया कि जब देश के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद व्हाट्सएप और फेसबुक के सीईओ और वाइस प्रेसिडेंट से मिलते हैं तो वह इस हैक की चर्चा क्यों नहीं करते.
गौरतलब है कि व्हाट्सएप ने सितम्बर में भारत सरकार को सूचित किया था कि इजराइली स्पाईवेयर पेगासस ने 121 भारतीय उपयोगकर्ताओं को निशाना बनाया था. लेकिन सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने तर्क दिया कि मैसेजिंग ऐप से प्राप्त जानकारी अपर्याप्त और अपूर्ण थी.
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व्हाट्सएप से जुड़े सूत्रों ने कहा कि इस मैसेजिंग मंच ने सरकार द्वारा पिछले सप्ताह पूछे गये प्रश्न का जवाब अब दिया है.
सरकार ने पेगासस स्पाईवेयर घटना पर स्पष्टीकरण मांगा है, जिसने भारत सहित दुनियाभर के पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की कथित रूप से जासूसी की थी.