नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने पंजाब पुलिस के 5 जवानों को जेल से रिहा करने का राज्य सरकार का अनुरोध स्वीकार कर लिया है. केंद्र के इस फैसले पर पंजाब सरकार ने आभार व्यक्त किया है.
आपकों बता दें कि पंजाब में उग्रवाद के दौरान किये गये अपराधों के आरोप में पुलिस के कई जवान राज्य की अलग-अलग जेलों में सजा काट रहे हैं. राज्य सरकार ने केंद्र से पांच जवानों को रिहा करने और विशेष छूट देने का अनुरोध किया था. इस पर केंद्र सरकार ने पंजाब पुलिस के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है.
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इस सहृदयता के लिए धन्यवाद दिया है. उन्होंने उम्मीद व्यक्त की है केंद्र उन पुलिस जवानों को भी मुक्त करेगा, जिनकी रिहाई उन्होंने पिछले महीने मानवीय आधार पर मांगी थी.
जेल में सजा काट रहे लगभग 20 जवानों में से पांच को विशेष छूट और रिहाई देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे मानवीय और दयालु विचार से प्रेरित निर्णय करार दिया है. यह निर्णय देश की विभिन्न जेलों में नौ सिख कैदियों के लिए विशेष छूट देने की केंद्र सरकार की घोषणा के बाद आया है.
कैप्टन अमरिंदर ने सितम्बर में अमित शाह को पत्र लिख कर लगभग 20 पुलिसकर्मियों की रिहाई की मांग की थी, जिसमें बताया गया था कि इन लोगों ने पंजाब और देश के हित में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी.
इन पुलिस कर्मियों में से कुछ गंभीर बीमारियों से ग्रसित थे और वे केंद्र की दया के पात्र थे.
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अमरिंदर ने पत्र में कहा था कि इन लोगों ने देश के लिए अपने जीवन को जोखिम में डालते हुए व्यक्तिगत निहित स्वार्थ को दरकिनार कर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी. मुख्यमंत्री ने जिन लोगों रिहाई की मांग की थी. वे बहुत ही उम्रदराज थे.
मुख्यमंत्री ने कहा था कि विभिन्न रैंकों के लगभग 1800 पुलिस अधिकारी आतंकवाद के दिनों में देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए आतंकियों के साथ छद्म युद्ध लड़ते हुए शहीद हुए थे.