नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की जाधवपुर यूनिवर्सिटी में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो पर हुए हमले के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने दिल्ली विश्वविद्यालय के आर्ट्स फैकल्टी पर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही लेफ्ट यूनिटी के पुतले भी फूंके. वहीं ऑल इडिंया स्टूडेंट एशोसिएशन (आइसा) ने भी इसी घटना को लेकर एबीवीपी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
आइसा को बताया 'दोगला'
बता दें कि दोनों छात्र संगठनों का प्रदर्शन एक ही समय पर होने के चलते दिल्ली विश्वविद्यालय में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. वहीं प्रदर्शन के दौरान दोनों छात्र संगठन एक दूसरे के विरोध में नारेबाजी करते हुए नजर आए.
इस मामले को लेकर एबीवीपी के प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव ने कहा कि अब समय आ गया है, जब वामपंथ की हिंसा की सच्चाई को छात्रों के सामने लाकर रखना है. उन्होंने ऑल इडिंया स्टूडेंट एशोसिएशन (आइसा) को 'दोगला' बताते हुए कहा कि ढोंग करने वाले जिस हाथ से डफली बजाते हैं, वह हाथ खून से रंगे हुए हैं. इस तरह का कोई भी कल्चर वह दिल्ली विश्वविद्यालय में ना आने देंगे और ना ही इस तरह की हिंसा को बर्दाश्त करेंगे.
आइसा ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर लगाए गंभीर आरोप
वहीं आइसा के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो पर आरोप लगाया है कि जब जादवपुर विश्वविद्यालय में छात्रों ने शांतिपूर्ण तरीके से बेरोजगारी जैसे मुद्दे पर उनसे सवाल किए तो वह भड़क गए और उन्होंने अपशब्द कहना शुरू कर दिया. आइसा के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के कार्यकर्ताओं को गुंडा बताते हुए कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कैंपस में छात्रों पर लाठियां बरसाई. उन पर एसिड बल्ब भी फेंके.
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एबीवीपी के खिलाफ किया प्रदर्शन
उनका आरोप है कि बाबुल सुप्रियो ने अपने कार्यकर्ताओं को रोकने के बजाय उनका ही साथ दिया. इसे लेकर आइसा सहित लेफ्ट संगठन ने बाबुल सुप्रियो द्वारा की गई गुंडागर्दी और एबीवीपी के खिलाफ प्रदर्शन किया. बता दें कि एबीवीपी द्वारा आर्ट्स फैकेल्टी पर आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान एबीवीपी के प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव, डूसू के अध्यक्ष अक्षय दहिया, उपाध्यक्ष प्रदीप तंवर और सह सचिव शिवांगी खरवाल मौजूद रहीं.