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पुलिसिया जुल्म की दास्तां, 5वीं के बच्चे को बनाया गैंगस्टर का आरोपी, थाने में दी थर्ड डिग्री - minor father sent letter to dgp

बस्ती में पुलिस ने एक नाबालिग को गैंगस्टर का आरोपी बना दिया. इसको लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं. इस मामले में नाबालिग के पिता ने सीएम, डीजीपी, एसपी और मानवाधिकार आयोग को पत्र भेजा है.

5वीं के बच्चे को बनाया गैंगस्टर का आरोपी
5वीं के बच्चे को बनाया गैंगस्टर का आरोपी
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Published : Apr 11, 2023, 9:34 AM IST

Updated : Apr 11, 2023, 1:10 PM IST

5वीं के बच्चे को बनाया गैंगस्टर का आरोपी

बस्ती: पुलिस अपने कारनामे को लेकर एक बार फिर से चर्चा में है. पुलिस के इस कारनामे को लेकर उसकी कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. पुलिस ने एक नाबालिग 5वीं क्लास के बच्चे को गैंगस्टर का आरोपी बनाते हुए उसका जीवन बर्बाद कर दिया. पुलिस दावा करती है कि नाबालिग बच्चा चोरी की कई घटनाओं में लिप्त था. लेकिन, नाबालिग पर गैंगस्टर की कार्रवाई का पुलिस के पास कोई जवाब नहीं है.

कोतवाली थाना क्षेत्र के मंडी गांव के रहने वाले पैसे से चाय व्यवसायी विनोद गुप्ता ने मुख्यमंत्री, डीजीपी, एसपी, और मानवाधिकार आयोग को पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि उनके नाबालिग बेटे सोनू (15) को पुलिस ने फर्जी आरोप लगाकर गैंगस्टर का मुजरिम बना दिया और कई मुकदमे भी लाद दिए हैं. पुलिस के टॉर्चर से उनका बेटा मानसिक संतुलन खो बैठा है और अजीबो-गरीब हरकतें करता है. विनोद का आरोप है कि पूरा मामला 27 जुलाई 2022 का है. जब अचानक से उनके घर कई पुलिस वाले आए और उनके बेटे को जबरन उठाकर ले गए. इसके बाद जब भी कोतवाली गए तो वहां पुलिसकर्मियों ने उनसे 50000 की रिश्वत मांगी. लेकिन, जब रिश्वत देने में सक्षम नहीं हुए तो उनके बेटे के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया.

विनोद का कहना है कि पुलिसकर्मियों से उन्होंने कई बार गुहार लगाई कि उनका बेटा नाबालिग है और वह 50000 की रकम नहीं दे सकते. लेकिन, पुलिस वाले नहीं माने. उन्होंने कहा कि जब तक पैसा नहीं दोगे, तुम्हारे बेटे को छोड़ा नहीं जाएगा. इसके बाद थक हारकर किसी तरीके से भी 20000 का इंतजाम करके पुलिस वालों को दे दिया. बावजूद इसके उनके बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया.

9 नवंबर 2022 को उनके बेटे के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने गैंगेस्टर लगा दिया. इसकी जानकारी होने पर उन्होंने आला अधिकारियों को इस प्रकरण से अवगत कराया. विनोद का कहना है कि उनका बेटा सोनू नाबालिग है, वह पांचवीं क्लास का छात्र है और उसकी जन्म तिथि 12 सितंबर 2009 है. बताया कि जब उनका बेटा जेल से छूटा और घर आया तो उसका दिमागी संतुलन बिगड़ गया और वह अजीबो-गरीब हरकतें करने लगा है. पीड़ित सोनू के पिता विनोद ने बताया कि उनके बेटे को थर्ड डिग्री टॉर्चर किया गया. कोतवाली में ले जाकर उसके गुप्तांग में स्टंप डाला गया, जिसके बाद वह पुलिस को देखते ही काफी घबरा जाता है.

इस पूरे मामले को लेकर एडिशनल एसपी दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि सोनू नाम का एक लड़का चोरी के मामले में जेल गया था. उस पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं. रही बात गैंगस्टर लगाने की तो इस बात की जांच कराई जा रही है. अगर सोनू नाबालिग है तो यह कार्रवाई रोक दी जाएगी और गैंगस्टर एक्ट हटाया दिया जाएगा. ऐसे में पुलिस की बर्बरता को लेकर एडिशनल एसपी ने कोई माकूल जवाब नहीं दिया कि अपने मातहतों पर क्या कार्रवाई करेंगे.

यह भी पढ़ें: मेरठ में युवक की हत्या के बाद पुलिस के सामने पत्थरबाजी और हंगामा, वीडियो वायरल

5वीं के बच्चे को बनाया गैंगस्टर का आरोपी

बस्ती: पुलिस अपने कारनामे को लेकर एक बार फिर से चर्चा में है. पुलिस के इस कारनामे को लेकर उसकी कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. पुलिस ने एक नाबालिग 5वीं क्लास के बच्चे को गैंगस्टर का आरोपी बनाते हुए उसका जीवन बर्बाद कर दिया. पुलिस दावा करती है कि नाबालिग बच्चा चोरी की कई घटनाओं में लिप्त था. लेकिन, नाबालिग पर गैंगस्टर की कार्रवाई का पुलिस के पास कोई जवाब नहीं है.

कोतवाली थाना क्षेत्र के मंडी गांव के रहने वाले पैसे से चाय व्यवसायी विनोद गुप्ता ने मुख्यमंत्री, डीजीपी, एसपी, और मानवाधिकार आयोग को पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि उनके नाबालिग बेटे सोनू (15) को पुलिस ने फर्जी आरोप लगाकर गैंगस्टर का मुजरिम बना दिया और कई मुकदमे भी लाद दिए हैं. पुलिस के टॉर्चर से उनका बेटा मानसिक संतुलन खो बैठा है और अजीबो-गरीब हरकतें करता है. विनोद का आरोप है कि पूरा मामला 27 जुलाई 2022 का है. जब अचानक से उनके घर कई पुलिस वाले आए और उनके बेटे को जबरन उठाकर ले गए. इसके बाद जब भी कोतवाली गए तो वहां पुलिसकर्मियों ने उनसे 50000 की रिश्वत मांगी. लेकिन, जब रिश्वत देने में सक्षम नहीं हुए तो उनके बेटे के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया.

विनोद का कहना है कि पुलिसकर्मियों से उन्होंने कई बार गुहार लगाई कि उनका बेटा नाबालिग है और वह 50000 की रकम नहीं दे सकते. लेकिन, पुलिस वाले नहीं माने. उन्होंने कहा कि जब तक पैसा नहीं दोगे, तुम्हारे बेटे को छोड़ा नहीं जाएगा. इसके बाद थक हारकर किसी तरीके से भी 20000 का इंतजाम करके पुलिस वालों को दे दिया. बावजूद इसके उनके बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया.

9 नवंबर 2022 को उनके बेटे के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने गैंगेस्टर लगा दिया. इसकी जानकारी होने पर उन्होंने आला अधिकारियों को इस प्रकरण से अवगत कराया. विनोद का कहना है कि उनका बेटा सोनू नाबालिग है, वह पांचवीं क्लास का छात्र है और उसकी जन्म तिथि 12 सितंबर 2009 है. बताया कि जब उनका बेटा जेल से छूटा और घर आया तो उसका दिमागी संतुलन बिगड़ गया और वह अजीबो-गरीब हरकतें करने लगा है. पीड़ित सोनू के पिता विनोद ने बताया कि उनके बेटे को थर्ड डिग्री टॉर्चर किया गया. कोतवाली में ले जाकर उसके गुप्तांग में स्टंप डाला गया, जिसके बाद वह पुलिस को देखते ही काफी घबरा जाता है.

इस पूरे मामले को लेकर एडिशनल एसपी दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि सोनू नाम का एक लड़का चोरी के मामले में जेल गया था. उस पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं. रही बात गैंगस्टर लगाने की तो इस बात की जांच कराई जा रही है. अगर सोनू नाबालिग है तो यह कार्रवाई रोक दी जाएगी और गैंगस्टर एक्ट हटाया दिया जाएगा. ऐसे में पुलिस की बर्बरता को लेकर एडिशनल एसपी ने कोई माकूल जवाब नहीं दिया कि अपने मातहतों पर क्या कार्रवाई करेंगे.

यह भी पढ़ें: मेरठ में युवक की हत्या के बाद पुलिस के सामने पत्थरबाजी और हंगामा, वीडियो वायरल

Last Updated : Apr 11, 2023, 1:10 PM IST
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