हैदराबाद : बैंक स्टाफ की लापरवाही के चलते एक वृद्ध पूरी रात करीब 18 घंटे तक एक लॉकर रूम में फंसा (hyderabad Bank staff negligence) रह गया. वृद्ध के घरवालों ने जब इसकी शिकायत थाने में की, तब पुलिस ने ही वृद्ध को बैंक लॉकर से बाहर निकाला. वृद्ध मधुमेह और उच्च रक्तचाप के मरीज हैं. इतने वक्त तक बगैर खाना-पानी के बंद कमरे में रहने के बाद उनकी हालत गंभीर हो गई थी. उन्हें लॉकर रूप में निकालने के बाद तुरंत अस्पताल ले जाया गया. यह घटना तेलंगाना स्थित हैदराबाद के एक बैंक की है.
जानकारी के मुताबिक, हैदराबाद में 87 वर्षीय कृष्णरेड्डी सोमवार शाम को जुबली हिल्स स्थित यूनियन बैंक गए थे. बैंक कर्मचारियों से इजाजत लेकर कृष्णा रेड्डी लॉकर रूम में गए. काम खत्म कर जब उन्होंने लॉकर रूम से निकलने के लिए दरवाजा खोला, तो वह तब तक लॉक हो चुका था. कृष्णा रेड्डी ने मदद के लिए दरवाजा पीटा लेकिन बैंक भी बंद हो चुका (old man trapped in a bank locker room in hyderabad telangana) था, जिसकी वजह से उनकी आवाज भी बाहर तक नहीं आई. उनके पास मोबाइल फोन नहीं था. ऐसे में उन्हें मजबुरन पूरी रात लॉकर में ही काटनी पड़ी.
इधर, कृष्णरेड्डी जब काफी देर तक घर नहीं लौटे तब उनके परिवार ने जुबली हिल्स थाने से उनकी गुमशुदगी की शिकायत की. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. बैंक के सीसीटीवी कैमरे में जांच करने पर फुटेज में बैंक के भीतर कृष्णरेड्डी जाते हुए नजर आए, लेकिन उनकी वापसी की कोई तस्वीर सामने नहीं आई. जिसके बाद पुलिस ने बैंक प्रबंधन से संपर्क किया और मंगलवार की सुबह करीब 10 बजे वृद्ध को बैंक लॉकर से बाहर निकाला गया.
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बैंक कर्मचारियों और कृष्णारेड्डी से पूछताछ करने पर पता चला कि इसके पीछे बैंक स्टाफ की लापरवाही थी, जिसका हर्जाना वृद्ध को भरना पड़ा. बैंक कर्मचारियों की लापरवाही को लेकर कृष्णारेड्डी के परिजन काफी नाराज हुए. वह मधुमेह और उच्च रक्तचाप के मरीज हैं. ऐसे में बैंक लॉकर में 18 घंटे काटने के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया.