ETV Bharat / bharat

आंध्र प्रदेश पुलिस के समक्ष छह माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण

author img

By

Published : Aug 12, 2021, 1:30 PM IST

Updated : Aug 12, 2021, 10:53 PM IST

डीजीपी ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मंडल कमांडर चिक्कुडु चिन्ना राव उर्फ सुधीर पर पांच लाख रुपये का इनाम था. जबकि दो एरिया कमिटी के सदस्यों (एसीएम) वंथला वन्नू उर्फ महिता और मदाकम सोमिदी पर चार-चार लाख रुपये का इनाम था.

छह माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण
छह माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण

अमरावती : प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) के एक मंडल कमांडर समेत छह प्रमुख सदस्यों ने आंध्र प्रदेश पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. पुलिस महानिदेशक डीजी सवांग ने प्रैसवार्ता कर जानकारी दी.

डीजीपी ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मंडल कमांडर चिक्कुडु चिन्ना राव उर्फ सुधीर पर पांच लाख रुपये का इनाम था जबकि, दो एरिया कमिटी के सदस्यों (एसीएम) वंथला वन्नू उर्फ महिता और मदाकम सोमिदी पर चार-चार लाख रुपये का इनाम था.

पुलिस महानिदेशक सवांग मीडिया को जानकारी देते हुए

उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले छह माओवादियों में से चार पड़ोसी छत्तीसगढ़ से हैं. पिछले 15 वर्षों से गुप्त रूप से काम कर रहा सुधीर 14 हत्याओं और 11 मुठभेड़ समेत 93 वारदातों में शामिल है.

इसे भी पढ़े-यूपी में बाढ़ से त्राहिमाम, गंगा में बहते एक मंजिला मकान का वीडियो आपने देखा क्या

सवांग ने बताया कि जनता के समर्थन में कमी आना और आदिवासी कैडर के खिलाफ शीर्ष माओवादियों द्वारा भेदभाव करना इस आत्मसमर्पण की वजहें रही.उन्होंने कहा, आंध्र-ओडिशा सीमा पर हालात बदल गए हैं जिससे माओवादियों की गतिविधि कम हो गई है और जनता पर उनका प्रभाव भी कम हो गया. स्थानीय आदिवासियों और जनजातियों से नए लोगों की भर्ती न होने के कारण वे अपनी गतिविधियों को बनाए रखने में मुश्किल का सामना कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश में वामपंथी चरमपंथ में काफी कमी आई है.वामपंथी चरमपंथ अब विशाखापत्तनम और पूर्वी गोदावरी जिलों तक सीमित है. पिछले दो वर्षों में माओवादियों की संख्या 140 से कम होकर 54 हो गई है.

अमरावती : प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) के एक मंडल कमांडर समेत छह प्रमुख सदस्यों ने आंध्र प्रदेश पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. पुलिस महानिदेशक डीजी सवांग ने प्रैसवार्ता कर जानकारी दी.

डीजीपी ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मंडल कमांडर चिक्कुडु चिन्ना राव उर्फ सुधीर पर पांच लाख रुपये का इनाम था जबकि, दो एरिया कमिटी के सदस्यों (एसीएम) वंथला वन्नू उर्फ महिता और मदाकम सोमिदी पर चार-चार लाख रुपये का इनाम था.

पुलिस महानिदेशक सवांग मीडिया को जानकारी देते हुए

उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले छह माओवादियों में से चार पड़ोसी छत्तीसगढ़ से हैं. पिछले 15 वर्षों से गुप्त रूप से काम कर रहा सुधीर 14 हत्याओं और 11 मुठभेड़ समेत 93 वारदातों में शामिल है.

इसे भी पढ़े-यूपी में बाढ़ से त्राहिमाम, गंगा में बहते एक मंजिला मकान का वीडियो आपने देखा क्या

सवांग ने बताया कि जनता के समर्थन में कमी आना और आदिवासी कैडर के खिलाफ शीर्ष माओवादियों द्वारा भेदभाव करना इस आत्मसमर्पण की वजहें रही.उन्होंने कहा, आंध्र-ओडिशा सीमा पर हालात बदल गए हैं जिससे माओवादियों की गतिविधि कम हो गई है और जनता पर उनका प्रभाव भी कम हो गया. स्थानीय आदिवासियों और जनजातियों से नए लोगों की भर्ती न होने के कारण वे अपनी गतिविधियों को बनाए रखने में मुश्किल का सामना कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश में वामपंथी चरमपंथ में काफी कमी आई है.वामपंथी चरमपंथ अब विशाखापत्तनम और पूर्वी गोदावरी जिलों तक सीमित है. पिछले दो वर्षों में माओवादियों की संख्या 140 से कम होकर 54 हो गई है.

Last Updated : Aug 12, 2021, 10:53 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.