बालासोर : ओडिशा के बालासोर में एक कारखाने में अमोनिया गैस के रिसाव के बाद 28 से अधिक श्रमिक बीमार पड़ गए. कई की हालत गंभीर हो गई. कारखाना एक झींगा प्रसंस्करण संयंत्र है, जिसका स्वामित्व सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के पूर्व सांसद रवींद्र जेना के बेटे के पास है. घटना शाम करीब सात बजे की है. बीमार पड़े सभी श्रमिकों को अस्पताल ले जाया गया है. कुछ कारखाने के श्रमिकों को खांटापाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थानांतरित कर दिया गया है, अन्य को इलाज के लिए बालासोर अस्पताल ले जाया गया है.
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बताया जा रहा है कि पुलिस अधिकारी और दमकल टीम हाईलैंड एग्रो फूड प्राइवेट लिमिटेड नाम की झींगा फैक्ट्री पहुंची. एक अधिकारी के अनुसार, 15 को बालासोर और अन्य अस्पतालों में रेफर कर दिया गया. बालासोर मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. जुलालसेन जगदेव ने बुधवार को कहा कि 28 को खंटापाड़ा के स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था. वहां से 15 को बालासोर रेफर किया गया. अब तक केवल 7 श्रमिकों को बालासोर जिला मुख्यालय अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है. उनमें से 4 की हालत गंभीर है और 3 को छुट्टी दे दी गई है.
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बालासोर के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी ने यह भी बताया कि गैस के संपर्क में आए श्रमिकों ने गले, नाक और सांस की नली में जलन की शिकायत की. डॉ. जगदेव ने कहा कि कम सांद्रता के सांस लेने से खांसी, और नाक और गले में जलन हो सकती है. हम उन्हें सांस लेने के लिए ऑक्सीजन दे रहे हैं. अन्य 8 श्रमिकों की स्थिति का पता नहीं है कि क्या वे कटक या भुवनेश्वर के किसी अस्पताल में भर्ती कराये गये हैं. यह कहीं और भर्ती हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बालासोर के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रताप सदांगी ने अस्पताल में पीड़ितों से मुलाकात की और डॉक्टरों से उनकी स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी ली. बालासोर पुलिस मामले की जांच कर रही है.