नई दिल्ली : रेडियो कार्यक्रम मन की बात में पीएम मोदी आज देशवासियों से संवाद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश पूरी ताकत से कोरोना से लड़ रहा है. पिछले 10 दिनों में भारत ने दो चक्रवातों का सामना किया. उन्होंने कहा कि बेहतर तैयारियों के कारण विपदा में ज्यादा लोगों की जान बचाई जा रही है.
- " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="">
पीएम मोगी ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौर में ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई थी. ऑक्सीजन सप्लाई के लिए युद्धस्तर पर काम हुआ. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों ने खुद की चिंता किए बिना काम किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सामान्य वक्त में तरल चिकित्सा ऑक्सीजन का दैनिक उत्पादन 900 मीट्रिक टन होता है, जो अभी 10 गुणा अधिक होकर करीब 9,500 मीट्रिक टन हो रहा है. उन्होंने अपनी सरकार के सात वर्ष पूरे होने पर कहा कि देश ने पिछले सात वर्षों के दौरान 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' मंत्र का पालन किया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले डेढ़ सालों में हमने स्वास्थ्यकर्मियों और डॉक्टरों का खूब समर्पण और परिश्रम देखा है, लेकिन इस लड़ाई में बहुत बड़ी भूमिका देश के कई क्षेत्रों के अनेक वॉरियर्स की भी है.
पीएम ने कहा कि हमारे देश पर इतना बड़ा संकट आया, इसका असर देश की हर एक व्यवस्था पर पड़ा. कृषि-व्यवस्था ने खुद को इस हमले से काफी हद तक सुरक्षित रखा. सुरक्षित ही नहीं रखा, बल्कि प्रगति भी की, आगे भी बढ़ी ! उन्होंने कहा कि इस महामारी में भी हमारे किसानों ने रिकॉर्ड उत्पादन किया है ? किसानों ने उत्पादन किया, तो इस बार देश ने रिकॉर्ड फसल खरीदी भी की.
उन्होंने कहा कि इस बार कई जगहों पर तो सरसों के लिए किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से भी ज्यादा भाव मिला है. बकौल पीएम मोदी, खाद्यान्न-उत्पादन की वजह से ही हमारा देश हर देशवासी को संबल प्रदान कर पा रहा है. आज इस संकट काल में 80 करोड़ ग़रीबों को मुफ़्त राशन उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि गरीब के घर में भी कभी ऐसा दिन न आए जब चूल्हा न जले.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हमारे देश के किसान, कई क्षेत्रों में नई व्यवस्थाओं का लाभ उठाकर कमाल कर रहे हैं. उन्होंने अगरतला के किसानों का जिक्र करते हुए बताया कि ये किसान बहुत अच्छे कटहल की पैदावार करते हैं. इनकी मांग देश-विदेश में हो सकती है, इसलिए इस बार अगरतला के किसानों के कटहल रेल के जरिए गुवाहाटी तक लाये गए.
उन्होंने निर्यात किए जा रहे फसलों का जिक्र करते हुए कहा कि अगरतला के कटहल गुवाहाटी से लंदन भेजे जा रहे हैं. ऐसे ही बिहार की 'शाही लीची' को 2018 में सरकार ने GI Tag भी दिया था ताकि इसकी पहचान मजबूत हो और किसानों को ज्यादा फायदा हो. पीएम मोदी ने कहा कि इस बार बिहार की ये 'शाही लीची' भी हवाई-मार्ग से लंदन भेजी गई है. पूरब से पश्चिम, उत्तर से दक्षिण हमारा देश ऐसे ही अनूठे स्वाद और उत्पादों से भरा पड़ा है.
दक्षिण भारत का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विजयनगरम के आम भला कौन नहीं खाना चाहेगा ! इसलिए, अब किसान-रेल, सैकड़ों टन विजयनगरम आम दिल्ली पहुंचा रही है. उन्होंने कहा कि दिल्ली और उत्तर भारत के लोगों को विजयनगरम आम खाने को मिलेगा और विजयनगरम के किसानों को अच्छी कमाई होगी. किसान-रेल अब तक करीब-करीब 2 लाख टन उपज का परिवहन कर चुकी है. पीएम मोदी ने कहा कि अब किसान बहुत कम कीमत पर फल, सब्जियां, अनाज, देश के दूसरे सुदूर हिस्सों में भेज पा रहा है.
इससे पहले भाजपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जारी सूचना के मुताबिक पीएम मोदी अपने विचार शेयर करने के अलावा आत्मनिर्भर भारत से जुड़ी कहानियों का भी जिक्र करेंगे. बता दें कि यह कार्यक्रम हर महीने के अंतिम रविवार को प्रसारित होता है.
इससे पहले पीएम मोदी ने विगत 25 अप्रैल को देशवासियों के साथ संवाद किया था. इस दौरान पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के कोविड -19 टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. शशांक जोशी से बात की थी. डॉ. जोशी को 2014 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था.
यह भी पढ़ें- सरकार ने कोविड-19 से संबंधित समूहों का पुनर्गठन किया
पीएम मोदी से संवाद के दौरान डॉ. जोशी ने कोरोना वायरस के म्यूटेशन पर बात की थी. उन्होंने कहा था, 'इससे डरने की कोई आवश्यकता नहीं है. ये परिवर्तन होते रहते हैं, जिस तरह से हम अपने कपड़े बदलते हैं, वायरस अपना रंग बदलता रहता है. डरने की कोई बात नहीं है और हम इस लहर को भी पार कर लेंगे.' उन्होंने बताया कि कोविड के पास 14 से 21 दिन की समय सारिणी होती है, जिसमें डॉक्टर की सलाह का लाभ उठाना चाहिए.
(पीटीआई-भाषा)