राजनांदगांव: अक्सर चुनाव के समय में नेता और जनप्रतिनिधियों के द्वारा कहा जाता है, हमको चुनो हम विकास की गंगा बहा देंगे. भ्रष्टाचार खत्म कर देंगे, क्षेत्र की विकास में कोई कमी नहीं होगा, लेकिन जैसे ही चुनाव जीतते हैं, तो सबसे पहले मतदाताओं का ही दोहन करते हैं, उनके हक पर डाका डालने की कोशिश करते हैं. ऐसा ही एक मामला चिद्दों ग्राम पंचायत से आया है, जहां के सरपंच पर ग्रामीणों के हक पर डाका डालने का आरोप लगा है.
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दरअसल, धर्म नगरी डोंगरगढ़ के चिद्दों ग्राम पंचायत के सरपंच लालचंद पटेल पर ग्रामीणों ने धोखाधड़ी का आरोप लगाया है, जिसकी शिकायत ग्रामीण और गांव के पंचों ने अनुविभागीय अधिकारी से की है. इतना ही नहीं राजस्व, वन मंडल अधिकारी, जिला पंचायत राजनांदगांव और पुलिस थाना डोंगरगढ़ को भी किए हैं.
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सरपंच ने फर्जी साइन करके बांस को दूसरे को बेच दिया
ग्रामीणों ने कहा कि सरकार से निस्तारी के लिए जो बांस मिलता है, उसे सरपंच ने फर्जी साइन करके किसी दूसरे को बेच दिया है, जबकि बांस को शासन की तरफ से गांववालों को निस्तारी के लिए दिया जाता है, जिसे गांव में मुनयादी कराया जाता है, लेकिन सरपंच ने ऐसा कुछ नहीं कराया. लोगों को बिना बताए बांस को बेच दिया है.
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सरपंच पर कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी
ग्रामीणों ने बताया कि डोंगरगढ़ वन विभाग जाकर पता किए तो पता चला कि फर्जी साइन करके बांस निकाल लिया गया है. वहीं जब मीडिया ने इस सबंध में सरपंच से पूछा तो कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. इधर अब शिकायतकर्ताओं ने अपने शिकायत पत्र में कहा है कि अगर समय रहते सरपंच और अन्य दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो ग्रामीण चक्का जाम करके धरना देंगे