राजनांदगांव: शहर में IPL क्रिकेट में सट्टा लगाने का काम बदस्तूर जारी है. रोजाना लाखों रुपये का सट्टा IPL में लग रहा है. शहर में अब तक पुलिस ने सिर्फ दो बार कार्रवाई की है, जिनमें एक बुकी और 4 सटोरियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है, लेकिन सवाल उठ रहा है कि पकड़ाए गए सटोरियों से पूछताछ के बाद भी आखिर क्यों पुलिस अब तक IPL क्रिकेट के सट्टे के मास्टरमाइंड तक नहीं पहुंच पा रही हैं.
IPL में सट्टे का दांव लगाने वाले लोगों की संख्या लगातार शहर में बढ़ती जा रही हैं. इसके साथ ही इस काले कारोबार को चलाने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. रोजाना शहर में लाखों रुपये का IPL क्रिकेट सट्टा लग रहा है, बावजूद इसके पुलिस इस काले कारोबार के मास्टरमाइंड तक नहीं पहुंच पा रही है, पुलिस ने अब तक जो कार्रवाई की है, उनमें सिर्फ बुकी और सटोरिए ही शामिल हैं जबकि पकड़े गए आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ की जाए तो पूरे रैकेट का भंडाफोड़ हो सकता है, लेकिन पुलिस अब तक ऐसा कुछ भी नहीं कर पाई है.
ब्लॉक मुख्यालय में भी बड़ा खेल
जिले के अलग-अलग ब्लॉक्स में IPL क्रिकेट से जुड़े सट्टे के काले कारोबार को संचालित करने के लिए बकायदा बुकी रखे गए हैं. इनके माध्यम से जिले में पूरी राशि पहुंच रही है. बावजूद इसके अब तक पुलिस नेटवर्क को तोड़ने में कामयाब नहीं हो पाई है. हालांकि पुलिस ने IPL क्रिकेट शुरू होने के बाद से अब तक दो बार कारवाई की हैं, जिनमें केवल छोटी मछलियां ही पकड़ में आई हैं.
आखिर कैसे मिल रहे हैं दूसरों के नाम सिम कार्ड
सट्टे से जुड़े इस कारोबार में पुलिस गहराई तक नहीं जा पा रही है. IPL सट्टे के कारोबार से जुड़े लोग दूसरों के नाम के एलॉट सिम का उपयोग कर रहे हैं, लेकिन पुलिस उनसे भी पूछताछ नहीं कर रही है, पुलिस को इस कारोबार से जुड़े लोगों के पास से बड़ी संख्या में मोबाइल भी मिल रहे हैं. पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ धारा 467, 468, 471, 344 का जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की है.
फैक्ट फाइल
अब तक की गई कार्रवाई- 2
पकड़े गए आरोपियों की संख्या- 5
आरोपियों के पास से मिले मोबाइल- 22
आरोपियों से जब्त राशि- 6 लाख रुपये
जल्दी मास्टरमाइंड तक पहुंचेगी पुलिस
इस मामले में सीएसपी मणिशंकर चंद्रा का कहना है कि पुलिस लगातार IPL क्रिकेट में सट्टे का दांव लगाने वालों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. अब तक जो पुलिस को सुराग मिले हैं इस आधार पर पुलिस जांच कर रही है. जल्दी पुलिस इस काम के मास्टरमाइंड तक पहुंच जाएगी.