रायपुर: 83वें इंडियन रोड कांग्रेस का आयोजन रायपुर में किया गया है. कार्यक्रम का शुभारंभ शुक्रवार को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने किया. इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव के साथ पीडब्ल्यूडी और इंडियन रोड कांग्रेस (IRC) के अधिकारी भी मौजूद रहे. कार्यक्रम में देश विदेश से रोड निर्माण से जुड़े टेक्निकल एक्सपर्ट भी शामिल हुए. नितिन गडकरी ने सड़क की गुणवत्ता सहित रोड सेफ्टी को लेकर कई सुझाव दिए.
83वें इंडियन रोड कांग्रेस का आयोजन: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अधिकारियों को भी काम में गति लाने और गुणवत्ता पूर्ण काम करने के निर्देश दिए. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पुराने पैटर्न को बदलकर आधुनिक तकनीक के साथ काम करना है. जो लोग पुराने पैटर्न पर चल रहे हैं वो अब नए तरीके को अपनाएं. नितिन गडकरी ने छत्तीसगढ़ को करीब 20000 करोड़ की सौगात भी दी. 20 हजार करोड़ से फोरलेन सड़कें और फ्लाई ओव्हर प्रदेश में बनाए जाएंगे.
20000 करोड़ की सौगात: 20 हजार करोड़ की जो सौगात गडकरी ने छत्तीसगढ़ को दी है उससे धमतरी से जगदलपुर फोरलेन सहित रायपुर में चार फ्लाई ओवर का निर्माण किया जाएगा. इस काम की मंजूरी भी मिल चुकी है. नितिन गडकरी ने दावा किया कि आने वाले दो सालों में छत्तीसगढ़ का रोड नेटवर्क अमेरिका के रोड के बराबर होगा. नितिन गडकरी ने रायपुर शहर में चार नए फ्लाई ओव्हर को भी मंजूरी दी है. इसके साथ ही कई अन्य कई परियोजनाओं की मंजूरी दी.
''फंड की कोई नहीं है'': गडकरी ने सीएम विष्णु देव साय साय से कहा कि आप फंड की चिंता नहीं करें. आपके पास जितनी भी परियोजनाएं हैं उसे लेकर हमारे पास आएं. पैसे की कमी विकास के कामों के लिए नहीं आएगी. जो भी जनता के हित में विकास योजनाएं होंगी उसे हम पूरा करेंगे.
छत्तीसगढ़ के बैम्बू क्रैश बैरियर की सराहना: नितिन गडकरी ने छत्तीसगढ़ के बैम्बू क्रैश बैरियर की भी सराहना की. गडकरी ने कहा कि बेमेतरा में बैम्बू क्रैश बैरियर का निर्माण हो रहा है. हाईवे पर ऑर्डर देकर सड़कों के किनारे बैम्बू क्रैश बैरियर लगाया जा रहा है. गडकरी ने सीएम साय से अनुरोध करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की सड़कों में बैम्बू क्रैश बैरियर हैं. यह बैम्बू क्रैश बैरियर रोड सेफ्टी के सभी मापदंडों पर जांचा परखा हुआ है. इससे जहां एक और रोड की सुरक्षा होगी वहीं दूसरी और किसानों ओर ग्रामीणों को फायदा भी मिलेगा. इसके इस्तेमाल को बढ़ावा देना चाहिए.
अफसरों के काम को सराहा: नितिन गडकरी ने छत्तीसगढ़ सहित देश भर में बिछ रहे सड़कों के जाल के लिए अपने डिपार्टमेंट के लोगों और इंजीनियरों की भी सराहना की. गडकरी ने कहा कि सड़कों का अच्छा काम हो रहा है. हमारे डिपार्टमेंट के काबिल अफसर बेहतरीन सड़कों का निर्माण कर रहे हैं. इंजीनियर दिन और रात मेहनत कर रहे हैं. उनके काम का नतीजा है कि आज ऐसी सड़कें तैयार हो रही हैं.
''इंजीनियर नहीं विश्वकर्मा हैं'': गडकरी ने भारतीय सड़क कांग्रेस में शामिल हुए इंजीनियर को देश का विश्वकर्मा बताया. गडकरी ने कहा कि हमें आर्थिक तरक्की के लिए उद्योग और कृषि क्षेत्र में प्रगति करनी है. विकास भी करना है. पर्यावरण का संतुलन भी बनाए रखना है. गडकरी ने कहा कि भारत में अभी भी रोड के बाजू में शौचालय नहीं है. नेशनल हाईवे की तरफ से 2000 हमसफर स्टेशन बना रहे हैं.
कनेक्टिविटी पर हो रहा है काम: गडकरी ने कहा कि पहाड़ों पर आने जाने में लोगों को आसानी हो इस पर भी काम कर रहे हैं. हमें कनेक्टिविटी टीम एफर्ट से काम करना होगा. इस दौरान गडकरी ने आईआरसी को सुझाव देते हुए कहां की क्वालिटी के साथ कंप्रोमाइज ना हो, इस पर ज्यादा जोर देना होगा.
आईआरसी को पोर्टल शुरू करने का सुझाव: सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि यूट्यूब पर मुझे गोल्ड बटन मिला है. लोगों से सुझाव लेने के लिए आईआरसी अपना पोर्टल शुरू करे. मैं दावे से कह सकता हूं कि लोगों से रोड सेफ्टी के लिए अच्छे सुझाव मिलेंगे. नितिन गडकरी ने कहा कि कहा कि पारदर्शिता, समय बद्धता, करप्शन फ्री सिस्टम में काम करना चाहिए.
पीडब्ल्यूडी के सचिव पर ली चुटकी: गडकरी ने छत्तीसगढ़ पीडब्ल्यूडी के सचिव पर चुटकी लेते हुए कहा कि ''सो एन्ड सो वाली मेंटालिटी नॉट यूजफुल, यू नीड टू यूस योर ब्रेन, कॉमन सेंस ऑफ माइंड. गडकरी ने कहा कि जो बड़े अधिकारी होते हैं जब वह छोटे होते हैं तो कहते हैं कि अधिकारों का विकेंद्रीकरण होना चाहिए, पावर डिस्ट्रीब्यूशन होनी चाहिए और वह जब बड़े पोस्ट पर जाते हैं तो कहते हैं हर बात मुझसे पूछो, बताया क्या मेरे को ? हर चीज सेक्रेटरी के पास साइन होनी चाहिए''.
अफसरों को मिली गडकरी की नसीहत: गडकरी ने प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के सचिव कमलप्रीत सिंह की ओर इशारा करते हुए कहा कि ''मैं इन सेक्रेटरी साहब की बात नहीं कर रहा हूं. गडकरी ने कहा कि मैं कह रहा हूं कि जो अधिकारी छोटे होते हैं वही तो बाद में जाकर बड़े अधिकारी बनते हैं, तो सब अधिकार डीसी को क्यों मिलता है. सब अधिकार सेक्रेटरी को क्यों नहीं है, क्योंकि जो कुर्सी पर बैठता है और ऐसा चिपक कर बैठता है कि अपना अधिकार किसी को देना नहीं चाहता. गडकरी ने कहा कि यहां स्टेज पर बैठे और मेरे सामने बैठे लोगों में से मेरी टोपी किसी पर फिट बैठती है तो मुझे माफ कर दें''.