राजनांदगांव: बड़े-बड़े घोटाले और बड़ी चोरियों की शिकायत मुख्यमंत्री से करने की बात तो आपने कई बार सुनी और पढ़ी होगी. लेकिन जिले के इंद्रवानी गांव के रहने वाले कुशल धनकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से अपनी बकरियों की खोजबीन कराने की गुहार लगाने वाले हैं.
कुशल का कहना है कि वो मामले में पुलिस की ओर से की जा कार्रवाई से खुश नहीं हैं और इसी वजह से वो मामले को मुख्यमंत्री तक ले जाना चाहते हैं. अगर कुशल ने ऐसा किया तो यह चोरी का पहला मामला होगा जो प्रदेश के मुखिया के सामने पेश होगा.
पढ़ें : राजनांदगांव: लोग झेल रहे हैं जल भराव का दंश, निगम प्रशासन बना मूकदर्शक
इंदावानी के रहने वाले कुशल धनकर पेशे से चरवाहा हैं. मवेशी चराकर वो अपना गुजारा करते हैं. 2 जून को चोर उनकी 12 बकरियों को उठा ले गए, जिसकी शिकायत कुशल ने पुलिस में की.
मवेशियों के चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज
मवेशी चोरी का यह मामला चर्चा में तब आया, जब कुशल धनकर ने अपने मवेशियों के चोरी हो जाने की रिपोर्ट शोमी थाना में लिखवाई. कुशल के मुताबिक पुलिस ने इस मामले में कोई रुचि नहीं दिखाई. पुलिस की ओर से शिकायत पर ध्यान न दिए जाने से परेशान कुशल ने मामले की शिकायत सांसद संतोष पांडे से मिलकर इस मामले की शिकायत की.
धमतरी में चोरों का चला पता
सांसद ने इस मामले में रुचि लेते हुए सोमनी पुलिस से कई बार संपर्क किया, जिसके बाद थाने में हड़कंप मच गया. पुलिस महकमा बकरी चोरी करने वाले लोगों को पकड़ने में कई दिनों तक कोशिश करता रहा. सोमनी पुलिस को मामले में सफलता मिली और धमतरी में चोरों का पता चला, लेकिन इसके बाद इस मामले में जैसे पर्दा डल गया.
मवेशियों की कीमत 90 हजार रुपये
चोरी हुए मवेशियों की कीमत तकरीबन 90 हजार के आसपास है. इस कारण कुशल लगातार पुलिस और प्रशासन के सामने गुहार लगा रहा है, लेकिन अब तक उसके मवेशियों को ढूंढने में पुलिस कामयाब नहीं हुई है. मवेशियों के चोरों को पुलिस ने पकड़ लिया है, चोरी गए मवेशियों का क्या हुआ इस बात को लेकर के कोई खुलासा अभी तक नहीं हुआ है.
कुशल आर्थिक रूप से परेशान
जिला प्रशासन ने भी इस मामले में मुआवजे को लेकर कोई पहल नहीं की है. कुशल आर्थिक रूप से परेशान हो चुका है और इसी वजह से वो अब मुख्यमंत्री से इस मामले में दखल देने की गुहार लगाने की तैयारी में है.
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
इस मामले को लेकर के प्रार्थी कुशल धनकर का कहना है कि 'अब तक सोमनी पुलिस सहित जिला पुलिस को इस मामले में शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है, इस कारण वे अब सीएम से मिलकर इस मामले में कार्रवाई की मांग करेंगे. उनका कहना है कि खराब आर्थिक हालत को देखते हुए कम से कम उन्हें मुआवजा देने की दिशा में सीएम को पहल करनी चाहिए.