रायपुर : छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के केस लगातार बढ़ रहे हैं. जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एक नया फैसला लिया है, इसके तहत निजी कंपनियों को ठेके पर कोविड-19 केयर सेंटर चलाने को दिया जाएगा. इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया की जाएगी और जो इसके पात्र होंगे उन्हें टेंडर दिया जाएगा. रायपुर जिले में कोविड केयर सेंटर का जिम्मा निजी हाथों में देने का प्रयोग पहली बार हो रहा है. अगर यह परियोजना सफल हुई, तो इसे बाकी जिलों में भी लागू किया जाएगा.
ETV भारत ने इस फैसले पर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से खास बातचीत की उन्होंने बताया कि अब प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. अब स्वास्थ्य विभाग के सामने यह भी एक बड़ी परेशानी है कि वह सभी को स्वास्थ्य सुविधाएं दे सके. इस वक्त हमारे पास एक चुनौती यह भी है कि हमारे पास स्टाफ की कमी है और ऐसे में यदि निजी क्षेत्र ऐसा फैसला ले रहे हैं कि वे आगे आएंगे और आगे आकर काम करेंगे. तो उन्हें हमे मौका देना चाहिए.
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उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि कोई भी डॉक्टर या कोई भी संस्था किसी की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करेगा. इस खतरनाक बीमारी को रोकने में हम सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है. इसी ओर यह कदम बढ़ाया गया है. हालांकि अभी यह अंतिम विकल्प है या पहला विकल्प नहीं है. हमारी कोशिश है कि अभी हम पहले सरकारी तंत्र को मजबूत करें, अगर ऐसा हम नहीं कर पाते हैं तो उसके बाद हम इसे लॉन्च करेंगे.
लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए
लगातार बढ़ रहे केस के विषय में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि गलती हम सभी की है पिछले 1 महीने में लगातार लोग अपने घरों से निकल रहे थे, जीवन ऐसे जीने लगे थे कि जैसे कुछ हुआ ही ना हो. पहले मरीजों की संख्या कम थी लेकिन इसके बाद बड़ी संख्या में मजदूर लौटे इससे भी संक्रमण की संख्या बढ़ती गई.
कोविड-19 सेंटर्स में व्यवस्था सुधारने की कोशिश जारी
टीएस सिंहदेव ने कोविड-19 सेंटर्स में मिल रही खामी और शिकायत वाले वीडियो संदेश पर कहा कि 'जब भी ऐसा कोई मामला आता है तो सबसे पहले यह जरूरी है कि हम इसे स्वीकार करें. हमें स्वीकार करना चाहिए कि कहीं न कहीं कोई गलती हो रही है. हालांकि अभी तक जहां भी मेरे पास जो भी सूचना आई है मैंने उसे दूर करने की कोशिश की है और आगे भी यही कोशिश रहेगी'.