रायपुर : एक बार फिर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईडी सहित छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं पर जोरदार हमला बोला .इस दौरान उन्होंने डॉ रमन सिंह और राजेश मूणत को भी आड़े हाथों लिया. भूपेश बघेल ने रमन सिंह को ईडी का प्रवक्ता बताया. साथ ही राजेश मूणत की संपत्ति को लेकर भी कटाक्ष किया.बघेल ने कहा कि ''जब राजेश मूणत आए थे तो उनके पास एक पुरानी प्रिंटिंग प्रेस और पुरानी मोटरसाइकिल थी. आज उनके पास इतनी इनकम कहां से आ गई.''
रमन सिंह और राजेश मूणत पर हमला : सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि "जैसे-जैसे चुनाव आएगा वैसे वैसे कार्रवाई कर रहे हैं. जैसे अभी कर्नाटक में चुनाव है. उसी हिसाब से करेंगे. उसके बाद कोई नेता आएंगे. फिर वह करेंगे. तो इनका प्रोग्राम बन चुका है कि कब कब छापा डालना है ताकि उसका माइलेज ले सकें और उनके प्रवक्ता बने हुए हैं रमन सिंह जी. राजेश मूणत प्रवक्ता बना हुआ है. जब वो यहां छत्तीसगढ़ आए तो उनके पास क्या था. एक पुरानी प्रिंटिंग प्रेस और पुरानी मोटरसाइकिल. उनके पास इनकम कहां से आ गया. अभी अपने परिवार की शादी में करोड़ों रुपए फूके हैं. कहां से इतना पैसा आया. उनके यहां छापा क्यों नहीं डालते.
जब आए तो क्या था उनके पास : सीएम भूपेश बघेल के मुताबिक ''जब मूणत यहां आया तो उनके पास क्या था. यह पूरा रायपुर जानता है. उसके बाद विधायक बन गए. मंत्री बन गए तो आय कहां से आ गया. आपके पास ऐसा कौन सा धंधा कर लिया. जिसमें आपका आय इतना बढ़ गया. वहां छापा क्यों नहीं डालते भाई. जब आए थे तो कितनी संपत्ति थी और आज कितनी संपत्ति है. "
सीएम बघेल ने आगे कहा कि" यह बताएं इसकी जांच क्यों नहीं करते. रमन सिंह की संपत्ति देखिए विनोद तिवारी ने ठीक कहा उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का जो पेपर पड़ा था उनको जब्त करके नहीं ले गए और विनोद तिवारी के यहां छापा डालने का क्या औचित्य है. सिर्फ इसलिए कि उन्होंने रमन सिंह के खिलाफ शिकायत की. आरपी सिंह के यहां छापा डालने का क्या मतलब क्योंकि अमन सिंह के खिलाफ शिकायत की. यह तो अदाणी जी को समझना चाहिए कि जो दो पनौती गए हैं. छत्तीसगढ़ से तो जिसके साथ थे वह डूबे थे. जब से गए हैं तब से देख लीजिए उनकी स्थिति क्या है."
कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश : सीएम बघेल ने कहा कि" हालांकि केंद्रीय जांच एजेंसी यहां पर काम कर रही है जबकि उनको दलगत राजनीति से उठकर काम करना चाहिए था. लेकिन वह राजनीतिक लाभ हानि के हिसाब से काम कर रहे हैं. रमन सिंह जी उनके परिवार के मामले में पूरे साक्ष्य ईडी के पास हैं. चाहे वह नान घोटाले में हो, चाहे चिटफंड कंपनी में. लेकिन उसमें कोई कार्रवाई ईडी नहीं कर रही है. निर्दोष नागरिकों को प्रताड़ित करने की कोशिश हो रही है."
ईडी पर आरोप लगाते हुए सीएम बघेल ने कहा कि "कल जिस तरीके से छापा डाला गया. लेकिन कहीं भी कुछ जब्ती दिखाई नहीं गई है. और कितने बार छापा डाला गया था. उद्देश्य केवल यहां के लोगों को प्रताड़ित करने का परेशान करने का और खासकर कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने के लिए कर रही है. 3 दिन बच गया है अधिवेशन तो उसको प्रभावित करने का प्रयास ये लोग कर रहे थे. लेकिन जिस प्रकार से यहां की जनता हमारे साथी सब एकजुट होकर लड़ाई लड़े तो देश भर में संदेश गया है कि यह अधिवेशन को प्रभावित करने के लिए ईडी के द्वारा छापा डाला गया है.''
झूठे प्रकरण में फंसाने की कोशिश : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा " ईडी लगातार परेशान कर रही है लोगों को प्रताड़ित कर रहे हैं. झूठे प्रकरण में फंसाने का कार्य कर रहे हैं. सारे आयोजन उनके द्वारा पीड़ित पक्ष के द्वारा दिया गया, केंद्र सरकार को भी अगर हमने कराया है और उसके बाद भी केंद्र सरकार कोई कार्रवाई रमन सिंह पर नहीं कर रही है."
हम कोर्ट जाएंगे: सीएम बघेल ने कहा कि "अब हमारे पास न्यायालय में जाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है. इस मामले को न्यायालय तक लेकर जाएंगे. डरने की बात नहीं है जब सीधी लड़ाई नहीं लड़ सकते तब इस प्रकार के हथकंडे अपनाए जाते हैं. छत्तीसगढ़ के मामले में भारतीय जनता पार्टी डरी हुई है. मतलब भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस से डरी हुई है. इसी कारण से लगातार कांग्रेस के नेताओं को टारगेट किया जा रहा है.'
ईडी पर भी लगाए गंभीर आरोप: सीएम बघेल ने मीडिया को बताया कि हम इस मामले में और बीजेपी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं" क्योंकि उसमें जो नियम है वह थोड़ा ग्रे एरिया जिसमें सीधा हम कार्रवाई नहीं कर सकते. दूसरा ईडी लगातार गिरफ्तार किए गए लोगों को प्रताड़ित कर रही है. लेकिन इस मामले को लेकर हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. क्योंकि वह थर्ड डिग्री का प्रयोग कर रहे हैं. दबाव डालकर यदि आपके पास प्रमाण है तो आप कार्रवाई करते लेकिन आप थर्ड डिग्री का उपयोग कर रहे हैं. आप 8 दिन तक रखेंगे, सोने नहीं देंगे, भोजन नहीं देंगे, भोजन दिए तो पानी नहीं देंगे, किसी को रॉड से पिटेंगे किसी को कान से सुनाई नहीं दे रहा है तो किसी को पैरालिसिस अटैक आ रहा है. यह सारी चीजें हो रही है इसका मतलब यह है कि उसके पास कोई साक्ष्य नहीं है.''
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बघेल ने आगे कहा कि यदि सच्चा होता तो कार्रवाई कर लेते. ईडी के पास कोई साक्ष्य नहीं है. उनका काम केवल बदनाम करना है. सरकार को ही बदनाम करना और पार्टी को ही बदनाम करना है. यदि उनके पास प्रमाण होता. जब घटना जून की है जो कोल स्कैम बोल रहे हैं. वह जून की है तो जब जून में आपके पास जानकारी थी. तो आप दिसंबर तक कार्रवाई नहीं किए. आप अधिवेशन के 4 दिन पहले कार्रवाई कर रहे हैं. इसका मतलब क्या होता है कि आप जबरिया किसी से लिखवा रहे हैं और छापा डाल रहे हैं. छापे में मिला क्या किनके यहां क्या मिल गया.
सीएम बघेल ने कहा कि छापे में कुछ नहीं मिला इसका सीधा सीधा मतलब है कि राजनीतिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए ईडी का दुरुपयोग किया गया है. ईडी के अधिकारियों से तो मैं यह अपेक्षा करूंगा विधि सम्मत कार्रवाई होनी चाहिए. किसी के दबाव में कार्रवाई नहीं होनी चाहिए. उसकी जो अपनी प्रतिष्ठा है. वह अब धूमिल हो रही है. खत्म होती जा रही है ऐसे कार्रवाई किसी के दबाव में आकर क्यों कर रहे हैं. आपने संविधान की शपथ ली है उसकी रक्षा नहीं कर पा रहे हैं इस प्रकार से कार्रवाई करने की स्थिति बहुत भयावह है"