रायपुर: भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी रविवार को राजधानी रायपुर पहुंची. यहां वे भाजपा कार्यसमिति की बैठक में शामिल हो रही हैं. बैठक में आगामी 3 महीने की रणनीति तय होगी. साथ ही छत्तीसगढ़ में सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा की जाएगी. कई तरह के राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित किए जाने हैं. मोर्चा-प्रकोष्ठों के कार्यों की भी विस्तार से समीक्षा होगी.
कांग्रेस के हंटरवाली प्रभारी के बयान पर डी पुरंदेश्वरी का जवाब
बैठक के पहले दिन 13 मार्च को प्रदेश के पदाधिकारियों की बैठक हुई थी. इसमें सहप्रभारी नितिन नवीन शामिल हुए थे. दौरे को लेकर पुरंदेश्वरी ने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी बैठक है. बैठक में कुछ बड़े फैसले लिए जा सकते हैं. पार्टी के सभी विषयों पर चर्चा की जाएगी. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के हंटरवाली प्रभारी के बयान पर कहा कि पार्टी में बेहद सक्रिय कार्यकर्ता हैं. लोकतांत्रिक तरीके से सारे काम होते हैं. हंटर की जरूरत नहीं है. मैं यहां हंटर चलाने नहीं पार्टी के कामों की समीक्षा करने आती हूं.
डी पुरंदेश्वरी को प्रदेश प्रभारी बनाने से छत्तीसगढ़ बीजेपी को कितना फायदा ?
आलाकमान को सौंपी जा रही रिपोर्ट
डी पुरंदेश्वरी ने पिछले दौरे में भाजपा विधायक दल की बैठक लेकर उन्हें आक्रामक होने का निर्देश दिया था. छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में इसका असर भी साफ नजर आया. भाजपा विधायकों ने सरकार को हर मोर्चे पर दमदार तरीके से घेरा. प्रदेश प्रभारी को सदन की कार्यवाही और विधायकों के परफारमेंस की हर सप्ताह रिपोर्ट भेजी जा रही है. चर्चा है कि यह रिपोर्ट आलाकमान को भी दी जा रही है.
आगामी 3 महीने की कार्ययोजना को लेकर रिपोर्ट
- भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक 13 और 14 मार्च को होने जा रही है. प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी और सहप्रभारी नितिन नवीन भी शामिल हो रहे हैं. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय से लेकर सभी जिला और मोर्चा अध्यक्ष अपने बीते 3 महीनों के परफारमेंस रिपोर्ट रखेंगे.
- सभी को बैठक में मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं. साल में तीन से चार बार होने वाली कार्यसमिति की बैठक में भाजपा राजनीतिक प्रस्ताव लेकर आती है. जानकारी के मुताबिक 2 दिनों तक अलग-अलग बैठकों में पदाधिकारियों और प्रभारी, सहप्रभारी के बीच सीधा संवाद होगा.
- प्रदेश प्रभारी ने अपनी नियुक्ति के बाद 1000 दिन का लक्ष्य दिया था, क्योंकि तब इतने ही दिन विधानसभा चुनाव 2023 को शेष थे. इस बैठक के लिए राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश को भी न्योता भेजा गया है, जिन्हें सौदान सिंह की जगह छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है.
- युवा मोर्चा की रूकी हुई नियुक्तियों पर भी फैसला संभव
- भारतीय जनता युवा मोर्चा में 35 वर्षों से ज्यादा और गैर अनुभवी को प्रदेश कार्यकारिणी और जिला अध्यक्ष बनाए जाने के मामले में युवा मोर्चा प्रदेश प्रभारी अनुराग सिंहदेव और ओपी चौधरी ने रिपोर्ट तैयार कर ली है. वे आगामी दौरे में डी पुरंदेश्वरी को रिपोर्ट सौंपेंगे.
- जांच होने तक नियुक्तियों पर रोक लगी हुई है. संभव है कि यह रोक हट जाए. अभी कई जिलाध्यक्ष जिला कार्यकारिणी और मंडल में युवा मोर्चाओं की नियुक्ति होनी है. इसके चलते प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के कई महीने बाद भी जिलों में बॉडी नहीं बन पाई है.