रायगढ़: पिछले 48 घंटों से हो रही लगातार बारिश के बाद बीते शनिवार से ही रायगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति हो गई है. जिसके बाद जिला प्रशासन रेस्क्यू दल के साथ लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाने का काम कर रही है. रविवार को नदी का पानी कम हुआ और लोगों के घर तक घुसा पानी भी बाहर निकलने लगा है. लेकिन अब भी स्थिति सामान्य नहीं हो पाई है. क्योंकि इस बारिश और बाढ़ की वजह से जिले के बरमकेला तहसील के लगभग 30 गांव में अलर्ट जारी था. जिसमें से 21 गांवों को खाली कर दिया गया था. नदी का पानी बस्तियों में घुसने से कई घर जमींदोज हो गए हैं.
जीवनदायिनी माने जाने वाली महानदी अपना विकराल रूप दिखा रही है. भारी बरसात से बरमकेला तहसील के अंतर्गत नदी के किनारे बसे निचले इलाके वाले गांव में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. बाढ़ से आम जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है. बाढ़ की वजह से कई गांव जलमग्न हो गए हैं. कई लोगों के घर टूट गए.
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अधिकारी नहीं ले रहे सुध
बरगांव ग्राम पंचायत के ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी गांव तक नहीं पहुंचे हैं. स्थानीय लोगों को गांव के ही पास शासकीय स्कूल भवन में रखा जा रहा है. इलाके में पानी भरने से किसानों की मेहनत पर भी पानी फिर गया है. किसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. किसान अब प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं.
पीड़ितों को दिया जाएगा मुआवजा
विधायक प्रकाश नायक का कहना है कि महानदी के किनारे बसे होने की वजह से इन गांवों में बाढ़ आई है. गंगरेल डैम को बंद कर दिया गया है. वहीं महानदी पर बने ओडिशा के हीराकुंड डैम को खोल दिया गया है. जिससे तेजी से बाढ़ का स्तर नीचे जा रहा है. विधायक ने कहा कि बाढ़ का पानी जैसे ही नीचे जाएगा, राजस्व विभाग और संबंधित अधिकारी जल्द ही खेतों का मुआयना करेंगे और जल्द से जल्द लोगों को मुआवजा भी दिया जाएगा.