रायगढ़: बीते एक महीने से रायगढ़ में पालतू हाथी को वन विभाग द्वारा कैद करके रखा गया है, जिसके लिए हाथी के महावत ने जिला सत्र न्यायालय में आवेदन किया था कि हाथी उसे सौंप दिया जाए. न्यायालय ने महावत की याचिका को खारिज कर दिया और वन विभाग को हाथी की देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी.
ऐसा है मामला
जिले के रायगढ़ वन विभाग द्वारा एक महीने पहले उत्तर प्रदेश से लाए गए हाथी और महावत को रायगढ़ में उर्दाना डिपो में रोक कर रखा गया है. महावत का आरोप है कि उन्हें उत्तर प्रदेश वापस नहीं जाने दिया जा रहा है.
'हाथी हो रहा प्रताड़ित'
महावत का कहना है कि डिपो में हाथी को एक पेड़ के सहारे बांधकर रखा गया है. उसे खाने के लिए कुछ पीपल के पत्ते दिए गए हैं. ऐसे में हाथी के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है. इन सबको देखते हुए महावत ने न्यायालय में याचिका दायर की थी कि हाथी को उसके हवाले कर देना चाहिए. ताकि वह वापस उत्तर प्रदेश जा सके. लेकिन न्यायालय ने इसको खारिज करते हुए वन विभाग को हाथी की देखरेख की जिम्मेदारी सौंप दी.
वन विभाग की दलील
रायगढ़ वन मंडल के जिला अधिकारी का कहना है कि न्यायालय ने महावत की याचिका खारिज कर दी है अब हाथी वन विभाग की देखरेख में रहेगा आगे शासन के आदेशानुसार कार्यवाही करते हुए हाथी को शिफ्ट किया जाएगा.