कोरिया: सावन का महीना शुरू हो चुका है. पहले सोमवार में लोग शिव मंदिरों में भगवान के दर्शन को पहुंचे. भरतपुर विकासखंड के जनकपुर में स्थित प्रसिद्ध कैलाश मंदिर में लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर शिवलिंग के दर्शन किए. जानकारी के मुताबिक शिव का यह मंदिर साल 1938 में स्थापित किया गया था. पहले सोमवार के दिन सुबह से ही मंदिर में लोग पहुंचे थे.
कैलाश मंदिर इस क्षेत्र का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है और दूरदराज के श्रद्धालु भी यहां दर्शन को आते हैं. हिंदू धर्म में सावन के महीने का खास महत्व होता है. इस पूरे महीने में भगवान शिव की पूजा की जाती है. सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से मनचाहा फल मिलता है.
सावन महीने में 5 सोमवार
हिंदी पंचांग के मुताबिक इस बार सावन महीने में पांच सोमवार पड़ रहे हैं. 6 जुलाई से शुरू हो रहे सावन का समापन 3 अगस्त को पूर्णिमा के साथ होगा. दूसरा सोमवार 13 जुलाई, तीसरा 20 जुलाई, चौथा 27 जुलाई, पांचवां और अंतिम सोमवार 3 अगस्त को पड़ रहा है.
गाइडलाइंस के साथ भगवान के दर्शन
इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. कोरोना संक्रमण का असर देश और दुनिया के साथ ही धार्मिक स्थलों पर भी देखने को मिल रहा है. इस बार मंदिरों में श्रद्धालुओं की संख्या कम देखने को मिलेगी. दर्शन मिलेंगे भी तो गाइडलाइन्स के साथ.
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भगवान शिव की पूजन विधि
- सोमवार की सुबह जल्दी उठें और स्नान करके साफ कपड़े पहने.
- पूजा स्थान की अच्छी तरह साफ-सफाई करें, और वहां गंगाजल का छिड़काव करें.
- आसपास के मंदिर में जाकर शिवलिंग पर जल और दूध का अभिषेक भी करें.
- इसके बाद भगवान शिव और शिवलिंग को चंदन का तिलक लगाएं.
- इसके बाद भगवान शिव को सुपारी, पंच अमृत, नारियल, बेल पत्र, धतूरा, फल, फूल आदि अर्पित करें.
- अब दीपक जलाएं और भगवान शिव का ध्यान लगाएं.
- इसके बाद शिव कथा और शिव चालीसा का पाठ कर, महादेव की आरती करें.