कोरियाः देवगढ़ वनमंडल के सोनहत रेंज के कैलाशपुर बीट में साल 2011-12 में वन विभाग ने 30 हजार हेक्टेयर जमीन पर बांस के 12 हजार पौधे रोपे गए थे. वन विभाग ने लाखों की लागत से पौधरोपण कराया था. लेकिन देखरेख के आभाव में ये पौधे नष्ट होने की कगार पर हैं.
बता दें कि वन विभाग ने योजना के देखभाल के लिए चौकीदार की नियुक्ति की थी, लेकिन चौकीदारों का आरोप है कि वन विभाग ने उन्हें कुछ महीनों से वेतन का भुगतान नहीं किया है. साथ ही उन्हें काम करने से भी मना कर दिया गया है.
प्लांटेशन के लिए फंड जारी नहीं
चौकीदार ने बताया कि विभाग ने पिछले पांच महीने से वेतन का भुगतान नहीं किया है. वेतन के लिए पूछे जाने पर विभाग के अधिकारियों ने शासन की ओर से फंड नहीं दिए जाने की बात कही. इसके अलावा चौकीदारों को आगे काम करने से मना कर दिया गया है. इस वजह से पौधे सूखकर नष्ट होने लगे हैं.
रोड़ निर्माण से पहुंच रहा है नुकसान
देवगढ़ वनमंडल परिक्षेत्र के ग्राम पंचायत केशगवां में आने-जाने के लिए मिट्टी की सड़क बनाई जा रही है. सड़क निर्माण के लिए बांस के पौधों के पास मौजूद मिट्टी को खोदकर सड़क पर डाला जा रहा है. इसकी वजह से बांस के पौधों को नुकसान हो रहा है.
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ETV भारत की टीम ने जब मामले को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों से सवाल किया तो, उन्होंने आनन-फानन में सड़क निर्माण के काम को बंद करवाया. साथ ही देखरेख के आभाव प्लांटेशन के नष्ट होने पर कैमरे के सामने जवाब देने से कतराते नजर आए.