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देखरेख के अभाव में नष्ट हो रहे बांस के पौधे, आंख मूंदकर बैठा है विभाग

कोरिया के देवगढ़ वनमंडल में लाखों की लागत से 30 हजार हेक्टेयर पर बांस के 12 हजार पौधे रोपे गए थे. देख-रेख के आभाव में ये पौधे नष्ट होने की कगार पर हैं.

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Published : Oct 22, 2019, 10:34 AM IST

Updated : Oct 22, 2019, 11:36 AM IST

बांस प्लांटेशन नष्ट होने की कगार में

कोरियाः देवगढ़ वनमंडल के सोनहत रेंज के कैलाशपुर बीट में साल 2011-12 में वन विभाग ने 30 हजार हेक्टेयर जमीन पर बांस के 12 हजार पौधे रोपे गए थे. वन विभाग ने लाखों की लागत से पौधरोपण कराया था. लेकिन देखरेख के आभाव में ये पौधे नष्ट होने की कगार पर हैं.

बांस प्लांटेशन नष्ट होने की कगार में

बता दें कि वन विभाग ने योजना के देखभाल के लिए चौकीदार की नियुक्ति की थी, लेकिन चौकीदारों का आरोप है कि वन विभाग ने उन्हें कुछ महीनों से वेतन का भुगतान नहीं किया है. साथ ही उन्हें काम करने से भी मना कर दिया गया है.

प्लांटेशन के लिए फंड जारी नहीं
चौकीदार ने बताया कि विभाग ने पिछले पांच महीने से वेतन का भुगतान नहीं किया है. वेतन के लिए पूछे जाने पर विभाग के अधिकारियों ने शासन की ओर से फंड नहीं दिए जाने की बात कही. इसके अलावा चौकीदारों को आगे काम करने से मना कर दिया गया है. इस वजह से पौधे सूखकर नष्ट होने लगे हैं.

रोड़ निर्माण से पहुंच रहा है नुकसान
देवगढ़ वनमंडल परिक्षेत्र के ग्राम पंचायत केशगवां में आने-जाने के लिए मिट्टी की सड़क बनाई जा रही है. सड़क निर्माण के लिए बांस के पौधों के पास मौजूद मिट्टी को खोदकर सड़क पर डाला जा रहा है. इसकी वजह से बांस के पौधों को नुकसान हो रहा है.

पढ़ेंः-VIDEO: खतरे में मासूमों का भविष्य, झोपड़ी में बैठकर पढ़ रहे नौनिहाल

ETV भारत की टीम ने जब मामले को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों से सवाल किया तो, उन्होंने आनन-फानन में सड़क निर्माण के काम को बंद करवाया. साथ ही देखरेख के आभाव प्लांटेशन के नष्ट होने पर कैमरे के सामने जवाब देने से कतराते नजर आए.

कोरियाः देवगढ़ वनमंडल के सोनहत रेंज के कैलाशपुर बीट में साल 2011-12 में वन विभाग ने 30 हजार हेक्टेयर जमीन पर बांस के 12 हजार पौधे रोपे गए थे. वन विभाग ने लाखों की लागत से पौधरोपण कराया था. लेकिन देखरेख के आभाव में ये पौधे नष्ट होने की कगार पर हैं.

बांस प्लांटेशन नष्ट होने की कगार में

बता दें कि वन विभाग ने योजना के देखभाल के लिए चौकीदार की नियुक्ति की थी, लेकिन चौकीदारों का आरोप है कि वन विभाग ने उन्हें कुछ महीनों से वेतन का भुगतान नहीं किया है. साथ ही उन्हें काम करने से भी मना कर दिया गया है.

प्लांटेशन के लिए फंड जारी नहीं
चौकीदार ने बताया कि विभाग ने पिछले पांच महीने से वेतन का भुगतान नहीं किया है. वेतन के लिए पूछे जाने पर विभाग के अधिकारियों ने शासन की ओर से फंड नहीं दिए जाने की बात कही. इसके अलावा चौकीदारों को आगे काम करने से मना कर दिया गया है. इस वजह से पौधे सूखकर नष्ट होने लगे हैं.

रोड़ निर्माण से पहुंच रहा है नुकसान
देवगढ़ वनमंडल परिक्षेत्र के ग्राम पंचायत केशगवां में आने-जाने के लिए मिट्टी की सड़क बनाई जा रही है. सड़क निर्माण के लिए बांस के पौधों के पास मौजूद मिट्टी को खोदकर सड़क पर डाला जा रहा है. इसकी वजह से बांस के पौधों को नुकसान हो रहा है.

पढ़ेंः-VIDEO: खतरे में मासूमों का भविष्य, झोपड़ी में बैठकर पढ़ रहे नौनिहाल

ETV भारत की टीम ने जब मामले को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों से सवाल किया तो, उन्होंने आनन-फानन में सड़क निर्माण के काम को बंद करवाया. साथ ही देखरेख के आभाव प्लांटेशन के नष्ट होने पर कैमरे के सामने जवाब देने से कतराते नजर आए.

Intro:लाखो की लागत से लगा बाँस प्लानटेसन देख रेख के अभाव में हो रहा नष्ट मामला वनमण्डल कोरिया के देवगढ रेन्ज सोनहत का है ।देवगढ रेन्ज अन्तर्गत कैलाशपुर बिट के कक्ष क्रमांक p368 का है जहाँ वर्ष 2011-12मे वन विभाग द्वारा तिस हजार हेक्टेयर की भूमी पर बारह हजार बाँस के पौधों का रोपण लाखों की लागत लगा के विभाग द्वारा कीया गया था जो देख रेख के अभाव में नष्ट होता जा रहा है।Body:आपको बता दे कि देवगढ़ रेंज सोनहत में लाखों की लागत से बांस के पौधे लगाए गए थे वो आज वनमण्डल के देखरेख के अभाव में खत्म होते जा रहे है आपको बता दे प्लांटेशन देख रेख के लिए चौकीदार रखे गये थे।लेकिन उन चौकीदारो को विभाग द्वारा उनका वेतन नही दिया गया और उन्हें मजदूरी से भी निकाल दिया गया है जिनकी पूर्व की मजदूरी भी अटकी हुई है। चौकीदारो के पूछने पर वनरक्षक द्वारा यह बोला गया की अब इस प्लानटेसन में पैसा नहीं है तुम लोग काम मत करो और पैसा के लिए भी यही बोला गया चौकीदारो के न होने से पौधों की हालत दैनिय हो गई है । इसी परिक्षेत्र मे अभी ग्राम पंचायत केशगवां के द्वारा मिट्टी सड़क का निर्माण कार्य कराया जा रहा है । जीसमे प्लानटेसन मे लगे बाँस के जड़ के निचे के मिट्टी कटवा करके रोड मे डलवाया जा रहा है । जिससे बाँस के पौधों को नुकसान हो रहा है । अब यह लाखों का बाँस प्लानटेसन भगवान भरोसे है। पूरे मामले को जब हमने जिम्मेदार अधिकारी के संज्ञान में लाया तो आनद फानन में ग्राम पंचायत द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्यो को रोक लगा दिया गया और कैमरे के सामने जवाब देने से जिम्मेदार अधिकारी कतराते नजर आए ।
बाइट - रामलाल चौकीदार
Conclusion:वही बड़ा सवाल उठता है कि ग्राम पंचायत द्वारा दो हप्ते से लगातार निर्माण कार्य चलते रहे तब विभाग ने रोक क्यो नही लगाया और तो और जो छती हुई उसकी भरपाई कोन करेगा।
Last Updated : Oct 22, 2019, 11:36 AM IST
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