नई दिल्ली : पूर्व भारतीय क्रिकेट और प्रसिद्ध कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट की जीत का श्रेय रोहित शर्मा को दिया. उन्होंने कहा कि कानपुर में बांग्लादेश पर भारत की हालिया टेस्ट जीत का श्रेय नवनियुक्त कोच गौतम गंभीर के बजाय कप्तान रोहित शर्मा को जाना चाहिए.
गावस्कर ने यह भी कहा कि रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम ने आक्रामक क्रिकेट को अपनाया है, जो पिछले वनडे और टी20 विश्व कप में काफी स्पष्ट था. उन्होंने इस साहसिक दृष्टिकोण को 'रोहित' लेबल देने का सुझाव दिया. स्पोर्टस्टार के लिए लिखे गए एक कॉलम में गावस्कर ने कानपुर टेस्ट में भारत की रणनीति के लिए गंभीर को मिली मान्यता पर निराशा व्यक्त की और इसे उच्चतम स्तर की चाटुकारिता करार दिया.
75 वर्षीय गावस्कर ने यह भी स्वीकार किया कि मेन इन ब्लू का दृष्टिकोण देखने लायक था. उन्होंने लिखा, 'कानपुर टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाजी कितनी भी ताजगी भरी और रोमांचक क्यों न रही हो, लेकिन हमें यह स्वीकार करना होगा कि अगर कोई अंक नहीं होता तो क्या वे इसी तरह बल्लेबाजी करते?
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप बनाकर हर टेस्ट मैच के प्रति धारणा बदलने के लिए आईसीसी हर तरह से प्रशंसा की हकदार है. पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने बाद में टीम की रणनीति के लिए गंभीर को श्रेय देने को अनुचित बताया. उन्होंने लिखा, हमने पिछले कुछ वर्षों में देखा है कि रोहित इसी तरह से बल्लेबाजी कर रहे हैं और अपनी टीम को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.
गंभीर को कोचिंग दिए हुए अभी कुछ महीने ही हुए हैं, इसलिए इस दृष्टिकोण को उनके नाम करना सबसे बड़ी गलती है. गंभीर ने शायद ही कभी इस तरह से बल्लेबाजी की हो, जैसा मैकुलम किया करते थे. अगर कोई श्रेय दिया जाना चाहिए, तो वह केवल रोहित को है और किसी और को नहीं.