कोरिया: भरतपुर के कोटाडोला ग्राम पंचायत के नेउर नदी में 50 से अधिक ट्रक अवैध रेत का खनन किया गया. इसे लेकर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया. वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों मौके पर पहुंच जेसीबी मशीन को जब्त कर लिया. जानकारी के मुताबिक 50 से अधिक हाइवा रेत लोड कर बरौता सड़क पर खड़े हैं. बताया जा रहा है कि सभी गाडियां रेत माफिया की हैं. वहीं जिम्मेदार शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.
जनकपुर में लगातार रेत माफिया मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश से रेत माफिया सक्रिय है. कार्रवाई के बाद अवैध रेत खनन का लोकेशन बदल-बदलकर रेत खनन और परिवहन कर रहे हैं. बीते 24 अगस्त को रेत माफिया के खिलाफ गांव की महिलाओं ने अवैध रेत खनन का विरोध किया था. मामले की जानकारी कलेक्टर और एसपी को दी गई थी, लेकिन सब अनसुना कर रहे हैं.
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50 से अधिक हाईवों सड़क पर रोका गया
महिलाओं ने जनकपुर के नेउर नदी के पास 50 से अधिक हाइवा को रेत के साथ जब्त कर रखा था. बावजूद इसके अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे. साथ ही रेत माफिया पर कार्रवाई भी नहीं की गई. इसके पहले कलेक्टर, एसपी और स्थानीय विधायक गुलाब कमरो से अवैध रेत खनन और परिवहन पर रोक लगाने की मांग की गई है.
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
ग्रामीणों का कहना है कि कोई अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है. नियम कानून सिर्फ गरीबों के लिए बने हैं. नदी से कोई ग्रामीण ट्रैक्टर से रेत अपने उपयोग के लिए ले जाते हैं, तो अधिकारी कार्रवाई करने तत्काल पहुंच जाते हैं. वहीं रेत माफिया बड़ी मशीन लगाकर रेत खनन और परिवहन करते हैं, तो शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है.