भिलाई: भिलाई नगर पालिका निगम क्षेत्र कुरुद के शिव शक्तिधाम मंदिर के पास कुरुद तालाब इस समय गंदगी से भरा पड़ा है. पानी के बजाय इस तालाब में गंदगी और जलकुंभी दिखाई दे रही है. इस बीच क्षेत्र की महिलाओं ने रविवार को सद्बुद्धि यज्ञ किया.
छठ से पहले महिलाओं का सद्बुद्धि यज्ञ: दरअसल एक माह बाद 7 नवंबर से छठ पर्व शुरू हो रहा है. ये यूपी और बिहार के लोगों का सबसे बड़ा पर्व है. इस पर्व में महिलाएं नदी और तालाब के किनारे पूजा करती हैं. उस पानी में जाकर उगते और ढलते सूर्य को अर्घ्य देती है. कुरुद तालाब में हर साल 2 हजार से अधिक लोग छठ पर्व मनाने आते हैं. पिछले साल तक इस तालाब का पानी नहाने लायक था, लेकिन इस बार पानी नहाने लायक नहीं है. पानी से काफी गंध भी आ रहा है. यही कारण है कि महिलाओं ने निगम अधिकारियों के सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया है.
आज का सद्बुद्धि यज्ञ नगर निगम के लिए था. इस तालाब की सफाई के लिए पिछले चार वर्षों से आवेदन देकर परेशान हो चुके थे. इस तालाब सफाई नहीं होती है. यहां छठ पूजा में भी सफाई नहीं होती है. हमने प्रशासन से कई बार कहा है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.- ज्योति मौर्या, स्थानीय निवासी
आवेदन के बाद भी नहीं हुई सफाई: इस बारे में स्थानीय महिला गायत्री शर्मा ने कहा कि चुनाव के समय वोट देते हैं पर हमारी जरूरतें पूरी नहीं हो पाती है. खाली ये अपना जेब भरते हैं. साल भर का त्योहार रहता है. हमलोग छठ पर्व पर दो दिन का उपवास रखते हैं. हम लोगों ने इसके लिए कई बार यहां शिविर लगा कर आवेदन किया. विधायक और कलेक्टर को आवेदन दिए हैं. पर कुछ नहीं हुआ. तालाब हमेशा गंदा रहता है.
हमारे घर के पास का तालाब है. यह हमारे विधानसभा क्षेत्र में पड़ता है. कुरूद यहां का सबसे बड़ा एरिया है. यहां का सबसे बड़ा तालाब है. मैं यहां बीते 20 सालों से छठ पूजा कर रही हूं. पिछले सात सालों से इस तालाब की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. इस तालाब में इतने सारे जलकुंभी उग आए हैं. निगम और विधायक को आवेदन दिया गया है. लेकिन अब तक यहां कोई सुधार नहीं हुआ. इसलिए हम उनके सद्बुद्धि के लिए यज्ञ कर रहे हैं. -आशा सिंह, स्थानीय निवासी
स्थानीय लोग इसी तालाब किनारे करते हैं पूजा: स्थानीय लोगों की मानें तो इस तालाब में हमेशा गंदगी पसरा हुआ रहता है. इसी तालाब में क्षेत्र के लोग मूर्ति विसर्जन से लेकर दशगात्र के लिए भी पहुंचते हैं. हालांकि प्रशासन की ओर से यहां सफाई को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जाता. यहां के लोग कई बार इसके लिए आवेदन दे चुके हैं. हार कर रविवार को स्थानीय महिलाओं ने सद्बुद्धि यज्ञ किया. साथ ही छठ से पहले तालाब की सफाई की अपील की.