कोरबा/कटघोरा: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार को कोरबा के महोरा गौठान का निरिक्षण करने पहुंचे थे. मुख्यमंत्री की अगवानी के लिए जिले के प्रभारी और स्कूली शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम भी महोरा पहुंचे थे. जहां वे विभिन्न स्टॉल का जायजा लेने के दौरान मीडियाकर्मियों से संक्षिप्त बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कोरोना काल में बंद स्कूलों को खोले जाने के संबंध में सरकार की मंशा को भी सामने रखा.
टेकाम ने बताया कि मौजूदा हालात में स्कूलों को खोला जाना रिस्की हो सकता है. यदि सरकार स्कूलों को बच्चों के लिए खोल भी देती है, तब पालकों में डर बना रहेगा और शायद ही कोई ऐसी परिस्थिति में अपने बच्चो को स्कूल भेजेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार को हालात सामान्य होने का इंतजार है. सरकार विभाग के अफसरों के साथ मिलकर इसपर चर्चा कर रही है. छत्तीसगढ़ में स्कूल खोलने पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा.
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अल्टरनेट तरीके से स्कूलों को खोलने पर विचार
टेकाम ने बताया कि सरकार फिलहाल अल्टरनेट तरीके से स्कूलों को खोले जाने पर विचार कर रही है. इसके तहत उच्च और उच्चतर कक्षाओं को रोटेशन प्रणाली के अनुसार शुरू कराये जाने पर सोच विचार कर रही है. हालांकि इसपर भी किसी तरह का फैसला नहीं लिया गया है. उन्होंने बताया कि सीबीएसई ने मौजूदा सत्र के लिए अपने परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर दिए हैं, जो इस वर्ष के मई माह में आयोजित होंगे. उनकी सरकार भी सभी कक्षाओं की परीक्षाएं लेंगी और यदि यह संभव नहीं हो पाता है तो टेस्ट असेसमेंटर के आधार पर नतीजे जारी किये जायेंगे.