कोरबा: बिजली उपभोक्ताओं को बिजली बिल कम करवाने और बिजली बिल नहीं चुकाने की व्यवस्था देने का झांसा देने वाले पर विद्युत विभाग ने मीटर रीडर के खिलाफ पुलिस से पत्र लिखकर FIR की मांग की थी, लेकिन पुलिस एक महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी मीटर रीडर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है.
दरअसल, बिजली विभाग ने शहर के पाड़ीमार जोन में शिकायत पाई थी, कि बिजली विभाग में ही काम करने वाला आनंद नाम का युवक लोगों को बिजली बिल कम करने का झांसा देता है. इतना ही नहीं विभाग को अंधेरे में रखकर बिजली के मीटर गायब किया है, जिससे उपभोक्ताओं के बकाया राशि की वसूली अटक गई है. पुराने मीटर के बदले उपभोक्ताओं के घर पर नया मीटर भी नहीं लगाया गया.
पुलिस नहीं की कोई कार्रवाई
इसके बाद विभाग ने इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से लिया. उपभोक्ताओं का मीटर रीडर के खिलाफ बयान के साथ आधिकारिक पत्र जारी करते हुए पुलिस को गड़बड़ी करने वाले के खिलाफ FIR दर्ज करने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन पुलिस ने आनंद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है.
कार्यपालन अभियंता ने पुलिस पर लगाया आरोप
विद्युत वितरण विभाग के कार्यपालन अभियंता राजेश ठाकुर ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'इस तरह की गड़बड़ी मिलने पर विभाग को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसी परिस्थितियों पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई आवश्यक हो जाती है. विभाग ने पुलिस को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था, लेकिन पुलिस एक माह बीत जाने के बाद भी युवक के खिलाफ FIR दर्ज नहीं की है'.