केशकाल: 1 दिसंबर से धान खरीदी होने के बाद से धान के उपार्जन केंद्रों में धान की बंपर आवक हो रही है. जिले में अब तक लगभग चार लाख क्विंटल से भी अधिक धान की खरीदी की जा चुकी है. लेकिन मिलर्स और संग्रहण के द्वारा धान का उठाव नहीं करने की वजह से धान खरीदी केन्द्रों में जाम की स्थिति बनी हुई है. करीब धान खरीदी का 19 दिन से ज्यादा का समय बीत चुका है. केशकाल विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत कुल 9 धान खरीदी केंद्र हैं. जिसमें से 18 दिसम्बर तक कुल 74,583.60 क्विंटल धान खरीदी की जा चुकी है. केशकाल विकासखंड अंतर्गत कुल 10 पंजीकृत मिलर्स हैं. जिन्होंने अभी तक धान का उठाव शुरू नहीं किया है. धान का नियमित उठाव नहीं होने से केंद्रों में धान का जाम लग गया है.
मिलर्स ने बताई ये परेशानी
मिलर्स के मुताबिक 2018-19 में केशकाल के सभी मिलर्स ने जो मिलिंग का कार्य किया था उसमें शासन द्वारा अब तक परिवहन दर, मिलिंग दर, हमाली दर इन सभी का देयक भुगतान नहीं किया है. भुगतान को लेकर हम असमंजस की स्थिति में हैं. बिना भुगतान के हम कार्य करने में असमर्थ हैं. साथ ही मिलर्स ने शासन द्वारा फोर्टिफाइड राइस को लेकर जो एफआरके की नीति बनाई है उसे भी अस्पष्ट बताया है.
कलेक्टर से चर्चा के बाद भी नहीं निकला हल
केशकाल विमल राइस मिल के संचालक कमलेश कटारिया ने बताया कि कुछ दिनों पहले सभी मिलर्स द्वारा कलेक्टर महोदय और प्रबंध संचालक मार्कफेड से इस विषय पर चर्चा भी की गई थी. जहां कलेक्टर द्वारा जल्द से जल्द भुगतान करवाने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन करीब 7 दिन से ज्यादा बीत चुके हैं इस पर प्रशासन की तरफ से कोई संज्ञान नहीं लिया गया. मिलर्स ने कहा कि जब तक शासन की नीतियां स्पष्ट स्पष्ट नहीं और हमारा पुराना बकाया राशि का भुगतान नही हो जाता तब तक हम कार्य करने में असमर्थ हैं. ऐसे में अगर इस समस्या का समाधान नहीं होता है. तो आने वाले दिनों में धान उपार्जन केंद्रों पर समस्या और विकराल हो सकती है.