कांकेर: जब पूरा देश संकट के दौर से गुजर रहा है. लोग एक दूसरे की मदद करने में जुटे हुए है. ऐसे समय में नगर पालिका का क्रूर चहरा सामने आया है. शहर के नया बाजार में झोपड़ीनुमा होटल संचालित कर अपना और अपने परिवार का जीवन यापन वाली विधवा महिला के होटल को नगर पालिका ने तोड़ दिया.
2015 में नगर पलिका ने महिला को व्यवस्थापन के तहत यहां जगह दी गई थी. जहां वो झोपड़ीनुमा होटल संचालित कर अपने परिवार का जीवन यापन कर रही थी. लेकिन शनिवार की शाम नगर पालिका ने इस झोपड़ीनुमा होटल को तोड़ दिया. जिससे महिला के पास जीवन यापन का साधन ही नहीं बचा है. महिला ने बताया कि उसे कोई नोटिस भी नहीं दिया गया है. महिला ने बताया कि जिस वक्त होटल को तोड़ा गया, वो वहां मौजूद नहीं थी.
बिना नोटिस दिए पालिका ने की कार्रवाई
लॉकडाउन के कारण होटल बन्द है. आस-पास के लोगों ने उसे इस बात की सूचना दी. तब उसने आकर देखा, तो होटल तहस-नहस हो चुका था. नगर पालिका ने उसे यहां से अपना सामान समेटने के लिए कहा है. ऐसा नहीं करने पर जब्ती कार्रवाई करने की धमकी भी दी गई है.
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आखिर अब क्यों महिला के होटल को तोड़ा गया. महिला को इसकी जानकारी भी नहीं दी. साथ ही उससे दुर्व्यवहार किया जा रहा है.