पखांजूर/ कांकेर : धान बेच नहीं पाने से नाराज किसानों ने पखांजूर के तहसील कार्यालय का घेराव किया. इस विरोध प्रदर्शन में 150 से 200 किसान शामिल हुए. किसानों को आरोप है कि, 'बारदाने की कमी के कारण हजारों किसान अपना धान नहीं बेच पाए'. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि, 'एक भी धान उपार्जन केंद्र से सरकार को लेने नहीं दिया जायेगा. जब तक कि सभी धान खरीद नहीं लिए जाते'.
दरअसल, धरमपुर पंचायत के किसानों ने तहसील कार्यालय के सामने आकर प्रदर्शन कर कार्यालय का घेराव किया. किसानों का कहना है कि छत्तीसगढ़ सरकार बनने से पहले कांग्रेस ने किसानों के हित में बड़े-बड़े वादे किए गए थे, लेकिन जैसे ही सरकार बनी तो किसानों को ही परेशान करना आर्थिक रूप से मारना शुरू कर दिया गया. किसानों का कहना है हम मेहनत से धूप बरसात न देखते हुए खून पसीना बहा कर धान उगाते हैं और अब जब धान खरीदने की बारी आती है तो खरीदने से इंकार कर रहे हैं. वहीं तारीख पे तारीख दिए जा रहे हैं लेकिन बारदाना नहीं होने के चलते हम धान उपार्जन केंद्र के बाहर ही डेरा डाले बैठे हैं.
'शासन-प्रशासन को हमारी चिंता नहीं'
किसानों का कहना है कि, 'आखिर कितने बार गाड़ी किराया करके धान ले करके आएंगे और जाएंगे. शासन-प्रशासन को हमारी चिंता नहीं है. जब तक कि हमारा धान नहीं खरीदा जाएगा, तब तक हम यहां से नहीं जाएंगे. किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए नायब तहसीलदार ने किसानों के ज्ञापन को जिले के उच्च अधिकारियों को भेज दिया. इसके बाद किसानों ने अपना प्रदर्शन खत्म किया'.
'प्रशासन को सभी किसानों का धान खरीदना होगा'
प्रदर्शन खत्म करते हुए किसानों ने तहसीलदार को चेतावनी देते हुए कहा कि, 'एक भी धान उपार्जन केंद्र से सरकार को लेने नहीं दिया जायेगा. जब तक कि पूरे धान खरीद नहीं लिए जाते. अगर कोई जोर जबरदस्ती करने की कोशिश करेगा तो अच्छा नहीं होगा, जो भी घटनाएं होगी उसका जिम्मेदार प्रशासन होगा'.