जगदलपुर: जगदलपुर और विशाखापट्टनम रेल रूट पर ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह बंद है. इस रेल मार्ग पर बीते चार दिनों से ट्रेनों के पहिए थम गए हैं. यह सब भूस्खलन की वजह से हुआ है. केके रेल मार्ग पर मिट्टी का मलबा अब भी है. जिसे हटाने का काम जारी है. लेकिन इसमें रेलवे को सफलता नहीं मिल पाई है. इस वजह से जगदलपुर और विशाखापट्टनम के बीच सफर करने वाले यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है. विशाखापट्टनम से चलने वाली सभी यात्री ट्रेनों को कोरापुट तक ही चलाया जा रहा है.
चार दिन बाद तक बहाल हो पाएगी रेल सेवा (Jagdalpur Visakhapatnam Rail Route Disrupted): रेलवे सूत्रों के मुताबिक चार दिन बाद तक रेल सेवा बहाल हो पाएगी. रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि ओडिशा में लगातार हो रही बारिश की वजह से केके रेल मार्ग 24 सितंबर की रात में भूस्खलन हुआ था. भूस्खलन की वजह से मनाबार और जड़ती रेलवे स्टेशन के बीच पहाड़ से बड़ी मात्रा में मिट्टी और पत्थर रेल की पटरी पर गिरा. जिसकी वजह से रेलवे ट्रैक जाम हो गया. यही वजह है कि अब तक यह रेल मार्ग बाधित है.
कई ट्रेनों का संचालन बंद : इस रेल रूट पर कई ट्रेनों का संचालन बंद हो गया है. करीब 8 यात्री ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से बंद है. जिसमें पांच ट्रेनें बस्तर से जुड़ी हुई है.
भूस्खलन की वजह से ये ट्रेनें हुई रद्द, चार दिनों से ये ट्रेनें नहीं चली
- समलेश्वरी एक्सप्रेस
- राउरकेला जगदलपुर एक्सप्रेस
- हीराखड एक्सप्रेस
- किरंदुल-विशाखापट्टनम नाइट एक्सप्रेस
- किरंदुल विशाखापट्टनम पैसेंजर
रेलवे को अरबों का हुआ नुकसान (Railways Loss Due To Landslide On KK Rail Route): यात्री ट्रेनों के अलावा मालगाड़ी का परिचालन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ. इससे अरबों का नुकसान रेलवे को हो रहा है. फिलहाल मौके पर रेलवे टीम लगातार मलबा को हटाने के साथ मरम्मत का काम कर रही है. हालांकि बीते 1 वर्ष में बस्तर में अब तक का यह सबसे बड़ा रेलवे ट्रैक पर जाम रहा. जिसकी वजह से यात्री भी परेशान हो रहे हैं. इसके अलावा रेलवे मालगाड़ियों के सहारे आयरन ओर की ढुलाई करता है. मालगाड़ियों की परिचालन नही होने से रेलवे को अरबो रुपयों का नुकसान भी झेलना पड़ रहा है.
आयरन ओर की सप्लाई पर पड़ा असर: केके रेल मार्ग पर भूस्खलन होने की वजह से आयरन ओर की सप्लाई पर असर पड़ा है. दरअसल बैलाडिला से लौह अयस्क की सप्लाई विशाखापट्टनम स्टील प्लांट को होती है. इसके अलावा यहां का आयरन ओर विखाखापट्टनम सी रूट से विदेशों तक पहुंचाया जाता है. केके रेलमार्ग में दर्जनों रेल टनल है.यहां पहाड़ी को काटकर रेल मार्ग बनाया गया है. लेकिन बारिश में यह रेल रूट ज्यादा प्रभावित होता है. इस बार यह रेल रूट सबसे लंबे समय तक जाम रहा है.