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कचरा बीनने वाली बिहुला देवार को मिला राम में विश्वास का फल,अयोध्या राममंदिर से आया न्यौता

Garbage picker Bihula Dewar अयोध्या में 22 जनवरी का दिन ऐतिहासिक होगा. इस दिन भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे.इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए पूरे देश से लोगों को न्यौता भेजकर अयोध्या बुलाया गया है. अयोध्या का न्यौता राजिम में कचरा बीनने वाली बिहुला देवार को मिला है. जिसकी श्रद्धा और समर्पण शबरी के भांति ही पवित्र है. Ayodhya Ramtemple Pran Pratistha Ceremony

Ayodhya Ramtemple Pran Pratistha Ceremony
बिहुला देवार को मिला राम में विश्वास का फल
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jan 11, 2024, 2:47 PM IST

Updated : Jan 11, 2024, 4:50 PM IST

बिहुला देवार को मिला राम में विश्वास का फल

गरियाबंद : छत्तीसगढ़ की धर्मनगरी राजिम में कचरा बीनने वाली एक बुजुर्ग महिला को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण मिला है. बुजुर्ग महिला कचरा बीनकर अपना जीवन यापन करती है.इस महिला का नाम बिहूला बाई है. जिन्हें 22 जनवरी को अयोध्या की पावन भूमि में रामलला के दर्शन करने और प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए हिंदू संगठन ने न्यौता दिया है.

दिन की कमाई का आधा हिस्सा किया था दान : बिहुला बाई के भगवान राम के प्रति अटूट विश्वास और श्रद्धा का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं.वो बड़ी मुश्किल से अपने और अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम कर पाती है.बावजूद इसके कचरा बेचकर जो राशि उन्हें मिली थी.उस राशि का आधा हिस्सा बिहुला बाई ने राम मंदिर निर्माण कार्य के लिए दान कर दिया. हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने बताया कि राम मंदिर निर्माण के लिए निधि संचय का कार्य हर ब्लॉक में किया जा रहा था.तभी बिहूला बाई जो कचरा बेचकर वापस आ रही थी.उन्होंने अपनी कमाई का आधा हिस्सा राम मंदिर के लिए दान करने की इच्छा जताई.भक्त का ये दान सहर्ष संचय निधि इकट्ठा करने वाले कार्यकर्ताओं ने स्वीकार किया.

''एक वर्ष पूर्व रामजन्मभूमि न्यास द्वारा निधि समर्पण का जो अभियान चल रहा था.उस समय समर्पण अभियान के दौरान उनके पास पहुंचे थे,तो दोपहर का समय था तो उस समय वो अपना कचरा बेचकर वापस आ रही थी.उसी दौरान उन्होंने अपनी कमाई जो उन्होंने 40 रुपए कचरा बेचकर कमाया था.उसमें से आधी कमाई बीस रुपया राममंदिर के लिए दान कर दिया.ये उस समय भावुक कर देने वाला क्षण था.इसी तारतम्य में राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में समाज के हर वर्ग के लोगों को बुलाया जा रहा है.'' तुषार कदम, पूर्व प्रांत सुरक्षा प्रमुख बजरंग दल

बिहूला को मिला न्यौता : बिहूला देवार की भगवान राम की प्रति सच्चा श्रद्धा का फल भी उन्हें मिला. भगवान राम ने खुद ही बिहुला को दर्शन देने के लिए अयोध्या बुलाया है. बिहुला की भावना और समर्पण को देखते हुए अयोध्या का अक्षत कलश जब राजिम पहुंचा तो कार्यकर्ता बिहुला देवार की झोपड़ी में गए.इसके बाद भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता बिहुला को दिया.

''वर्ष 2021 में निधि समर्पण अभियान राजिम में चल रहा था. जिसमें बिहुला बाई द्वारा कचरा बीनकर चालीस रुपए इकट्ठा किया गया था.उसमें से बीस रुपए की राशि राममंदिर निर्माण के लिए दिया गया था.जिसके बाद अब बिहुला बाई को राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है.'' शिशुपाल राजपूत,अध्यक्ष, विश्व हिन्दू परिषद

राम का निमंत्रण पाकर हुई धन्य : वहीं बिहुला देवार को जब राम जन्मभूमि में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण मिला तो उन्हें भरोसा नहीं हुआ.भला क्यों कोई गरीब कचरा बीनने वाली महिला को इतने बड़े आयोजन के लिए निमंत्रण भेजेगा.लेकिन बिहुला की इस सोच को भगवान राम ने बदल दिया. उनके अटूट विश्वास का फल था कि आज बिहुला के हाथों में वो निमंत्रण पत्र है.जिसका साक्षी पूरा विश्व बनने वाला है.

''अयोध्या के लिए दान किया था. अयोध्या में 20 रुपया.गरीब आदमी हूं 20 रुपया दान किया था.मैं कचरा बीनती हूं.कचरा बीनकर मंदिर बजरंग बली का भी बनवाएं हैं.मुझे अयोध्या से निमंत्रण मिला है.आज मुझे बहुत खुशी हो रही है कि मुझे राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए बुलाया गया है.''-बिहुला देवार, कचरा बीनने वाली महिला

राम का नाम जपने मात्र से लाखों लोगों के दुख दूर हुए हैं. त्रेता युग से कलयुग तक ना जाने कितने वर्ष बीत गए.लेकिन भगवान राम के प्रति लोगों की आस्था जरा भी कम ना हुई. आज पूरा भारत 22 जनवरी के दिन रामलला के भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी कर रहा है. ऐसे में समाज के हर वर्ग से लोगों को अयोध्या बुलाया गया है. राम के दरबार में ना कोई अमीर है ना कोई गरीब. यदि राम के प्रति किसी के भी मन में जरा सी भी सच्चा श्रद्धा है,तो राम भक्त को अपने दरबार में बुलाने के लिए किसी ना किसी को माध्यम जरुर बनाते हैं. आज राजिम की बिहुला देवार भी राम के बुलावे पर अयोध्या के लिए तैयारी कर रही हैं.

बिहुला देवार को मिला राम में विश्वास का फल

गरियाबंद : छत्तीसगढ़ की धर्मनगरी राजिम में कचरा बीनने वाली एक बुजुर्ग महिला को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण मिला है. बुजुर्ग महिला कचरा बीनकर अपना जीवन यापन करती है.इस महिला का नाम बिहूला बाई है. जिन्हें 22 जनवरी को अयोध्या की पावन भूमि में रामलला के दर्शन करने और प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए हिंदू संगठन ने न्यौता दिया है.

दिन की कमाई का आधा हिस्सा किया था दान : बिहुला बाई के भगवान राम के प्रति अटूट विश्वास और श्रद्धा का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं.वो बड़ी मुश्किल से अपने और अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम कर पाती है.बावजूद इसके कचरा बेचकर जो राशि उन्हें मिली थी.उस राशि का आधा हिस्सा बिहुला बाई ने राम मंदिर निर्माण कार्य के लिए दान कर दिया. हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने बताया कि राम मंदिर निर्माण के लिए निधि संचय का कार्य हर ब्लॉक में किया जा रहा था.तभी बिहूला बाई जो कचरा बेचकर वापस आ रही थी.उन्होंने अपनी कमाई का आधा हिस्सा राम मंदिर के लिए दान करने की इच्छा जताई.भक्त का ये दान सहर्ष संचय निधि इकट्ठा करने वाले कार्यकर्ताओं ने स्वीकार किया.

''एक वर्ष पूर्व रामजन्मभूमि न्यास द्वारा निधि समर्पण का जो अभियान चल रहा था.उस समय समर्पण अभियान के दौरान उनके पास पहुंचे थे,तो दोपहर का समय था तो उस समय वो अपना कचरा बेचकर वापस आ रही थी.उसी दौरान उन्होंने अपनी कमाई जो उन्होंने 40 रुपए कचरा बेचकर कमाया था.उसमें से आधी कमाई बीस रुपया राममंदिर के लिए दान कर दिया.ये उस समय भावुक कर देने वाला क्षण था.इसी तारतम्य में राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में समाज के हर वर्ग के लोगों को बुलाया जा रहा है.'' तुषार कदम, पूर्व प्रांत सुरक्षा प्रमुख बजरंग दल

बिहूला को मिला न्यौता : बिहूला देवार की भगवान राम की प्रति सच्चा श्रद्धा का फल भी उन्हें मिला. भगवान राम ने खुद ही बिहुला को दर्शन देने के लिए अयोध्या बुलाया है. बिहुला की भावना और समर्पण को देखते हुए अयोध्या का अक्षत कलश जब राजिम पहुंचा तो कार्यकर्ता बिहुला देवार की झोपड़ी में गए.इसके बाद भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता बिहुला को दिया.

''वर्ष 2021 में निधि समर्पण अभियान राजिम में चल रहा था. जिसमें बिहुला बाई द्वारा कचरा बीनकर चालीस रुपए इकट्ठा किया गया था.उसमें से बीस रुपए की राशि राममंदिर निर्माण के लिए दिया गया था.जिसके बाद अब बिहुला बाई को राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है.'' शिशुपाल राजपूत,अध्यक्ष, विश्व हिन्दू परिषद

राम का निमंत्रण पाकर हुई धन्य : वहीं बिहुला देवार को जब राम जन्मभूमि में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण मिला तो उन्हें भरोसा नहीं हुआ.भला क्यों कोई गरीब कचरा बीनने वाली महिला को इतने बड़े आयोजन के लिए निमंत्रण भेजेगा.लेकिन बिहुला की इस सोच को भगवान राम ने बदल दिया. उनके अटूट विश्वास का फल था कि आज बिहुला के हाथों में वो निमंत्रण पत्र है.जिसका साक्षी पूरा विश्व बनने वाला है.

''अयोध्या के लिए दान किया था. अयोध्या में 20 रुपया.गरीब आदमी हूं 20 रुपया दान किया था.मैं कचरा बीनती हूं.कचरा बीनकर मंदिर बजरंग बली का भी बनवाएं हैं.मुझे अयोध्या से निमंत्रण मिला है.आज मुझे बहुत खुशी हो रही है कि मुझे राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए बुलाया गया है.''-बिहुला देवार, कचरा बीनने वाली महिला

राम का नाम जपने मात्र से लाखों लोगों के दुख दूर हुए हैं. त्रेता युग से कलयुग तक ना जाने कितने वर्ष बीत गए.लेकिन भगवान राम के प्रति लोगों की आस्था जरा भी कम ना हुई. आज पूरा भारत 22 जनवरी के दिन रामलला के भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी कर रहा है. ऐसे में समाज के हर वर्ग से लोगों को अयोध्या बुलाया गया है. राम के दरबार में ना कोई अमीर है ना कोई गरीब. यदि राम के प्रति किसी के भी मन में जरा सी भी सच्चा श्रद्धा है,तो राम भक्त को अपने दरबार में बुलाने के लिए किसी ना किसी को माध्यम जरुर बनाते हैं. आज राजिम की बिहुला देवार भी राम के बुलावे पर अयोध्या के लिए तैयारी कर रही हैं.

Last Updated : Jan 11, 2024, 4:50 PM IST
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