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गरियाबंद: बदइंतजामी के बीच शुरू हुई धान खरीदी, कई जगह लाइन में ही खड़े रह गए किसान

धान खरीदी पर बदइंतजामी भारी रही. कई जगह पर किसानों को टोकन नहीं मिला जिसके चलते 2 बजे धान की खरीदी शुरू हुई. जिसकी वजह से किसानों में काफी नाराजगी देखी गई.

Paddy purchase occurred amidst the chaos in gariyaband
बदइंतजामी के बीच शुरू हुई धान खरीदी
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Published : Dec 1, 2019, 6:27 PM IST

Updated : Dec 1, 2019, 11:45 PM IST

गरियाबंद : जिले में किसानों की सहूलियत के लिए 62 धान खरीदी केंद्र बनाए गए हैं, जिससे किसानों को आसानी से टोकन मिल सके और धान की खरीदी में कोई दिक्कत न हो. लेकिन जिले में ऐसे कई केंद्र हैं जहां बदइंतजामी की वजह से धान खरीदी में देरी होती रही. जिससे किसानों में भारी नाराजगी देखने को मिली.

बदइंतजामी के बीच शुरू हुई धान खरीदी

दरअसल, जिले में सुबह 10 बजे से धान खरीदी शुरू होनी थी, लेकिन अव्यवस्थाओं और टोकन न मिलने के चलते किसानों से धान की खरीदी दोपहर 2 बजे शुरू हो पाई. जिन केंद्रों पर दोपहर 2 बजे धान की खरीदी शुरू हुई उसमें मरोदा, ढोर्रा, गरियाबंद और उरमाल के केंद्र शामिल हैं. किसानों की मेहनत पर कर्मचारियों की लापरवाही भारी रही जिसकी वजह से धान खरीदी में देरी होती रही.

रविवार को भी खुला रहेगा धान खरीदी केंद्र

बता दें कि सरकार ने नए धान खरीदी केंद्र की मंजूरी तो दी, लेकिन खरीदी केंद्रों पर सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं किए गए, जिसकी वजह से धान खरीदी केंद्रों पर कई परेशानियां आती रही. इस बार शनिवार और रविवार को भी धान खरीदी केंद्र खुले रहेंगे ताकि किसान धान बेच सके.

टोकन के लिए किसान होते रहे परेशान

वहीं जिले के पांच धान खरीदी केंद्रों में कंप्यूटर में डाटा उपलब्ध नहीं होने के कारण किसानों को टोकन नहीं मिल पाया. धान खरीदी प्रारंभ होने के दिन किसान टोकन के लिए परेशान होते नजर आए. वहीं धान खऱीदी के पहले दिन धान की बंपर आवक दिखी.

वन अधिकार पट्टे की जमीन पर उगाए गए धान की भी होगी खरीदी

इस बार जिले के सभी धान खरीदी केंद्रों में पहले से 10% ज्यादा धान खरीदी होने का अनुमान है, क्योंकि पहली बार वन अधिकार पट्टा की जमीन पर खेती करने वाले किसानों को भी धान खरीदी के दायरे में लाया गया है. इस बार ऋृणमाफी होने के बाद डिफॉल्टर किसानों से भी धान की खरीदी हो रही है.

गरियाबंद : जिले में किसानों की सहूलियत के लिए 62 धान खरीदी केंद्र बनाए गए हैं, जिससे किसानों को आसानी से टोकन मिल सके और धान की खरीदी में कोई दिक्कत न हो. लेकिन जिले में ऐसे कई केंद्र हैं जहां बदइंतजामी की वजह से धान खरीदी में देरी होती रही. जिससे किसानों में भारी नाराजगी देखने को मिली.

बदइंतजामी के बीच शुरू हुई धान खरीदी

दरअसल, जिले में सुबह 10 बजे से धान खरीदी शुरू होनी थी, लेकिन अव्यवस्थाओं और टोकन न मिलने के चलते किसानों से धान की खरीदी दोपहर 2 बजे शुरू हो पाई. जिन केंद्रों पर दोपहर 2 बजे धान की खरीदी शुरू हुई उसमें मरोदा, ढोर्रा, गरियाबंद और उरमाल के केंद्र शामिल हैं. किसानों की मेहनत पर कर्मचारियों की लापरवाही भारी रही जिसकी वजह से धान खरीदी में देरी होती रही.

रविवार को भी खुला रहेगा धान खरीदी केंद्र

बता दें कि सरकार ने नए धान खरीदी केंद्र की मंजूरी तो दी, लेकिन खरीदी केंद्रों पर सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं किए गए, जिसकी वजह से धान खरीदी केंद्रों पर कई परेशानियां आती रही. इस बार शनिवार और रविवार को भी धान खरीदी केंद्र खुले रहेंगे ताकि किसान धान बेच सके.

टोकन के लिए किसान होते रहे परेशान

वहीं जिले के पांच धान खरीदी केंद्रों में कंप्यूटर में डाटा उपलब्ध नहीं होने के कारण किसानों को टोकन नहीं मिल पाया. धान खरीदी प्रारंभ होने के दिन किसान टोकन के लिए परेशान होते नजर आए. वहीं धान खऱीदी के पहले दिन धान की बंपर आवक दिखी.

वन अधिकार पट्टे की जमीन पर उगाए गए धान की भी होगी खरीदी

इस बार जिले के सभी धान खरीदी केंद्रों में पहले से 10% ज्यादा धान खरीदी होने का अनुमान है, क्योंकि पहली बार वन अधिकार पट्टा की जमीन पर खेती करने वाले किसानों को भी धान खरीदी के दायरे में लाया गया है. इस बार ऋृणमाफी होने के बाद डिफॉल्टर किसानों से भी धान की खरीदी हो रही है.

Intro:अव्यवस्थाओं के बीच, देर से शुरू हुई धान खरीदी

गरियाबंद .....आज 1 दिसंबर से गरियाबंद के 62 धान खरीदी केंद्रों में धान खरीदी प्रारंभ किया जाना था जिसमें से गरियाबंद समेत 4 धान खरीदी केंद्रों में जहां खरीदी देर से प्रारंभ हुई वही वहीं गोहरापदर एक ऐसा धान खरीदी केंद्र भी रहा जहां पर खरीदी संभव नहीं हो पाया Body:दरअसल शासन-प्रशासन की पूरी तैयारियों के दावों के बाद 2 नए धान खरीदी केंद्र का पहली बार शुभारंभ किया गया वहां समुचित व्यवस्था ना होने के चलते धान खरीदी में दिक्कतें आई गरियाबंद में प्रातः 10:00 बजे से धान खरीदी प्रारंभ किया जाना था किंतु अव्यवस्थाओं एवं टोकन न मिलने के चलते किसानों का धान 2 बजे खरीदी प्रारंभ हो पाई इस बीच किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा वह लगातार आक्रोशित रहे और धान जल्द खरीदने की मांग करते रहे दरअसल नए केंद्र की मंजूरी तो दे दी गई मगर उच्च स्तर पर कंप्यूटर को इसके लिए कमांड नहीं दिया गया था जिसके चलते लगातार परेशानी आती रही इसके अलावा पिछले सालों में शनिवार और रविवार को धान खरीदी बंद रहती थी और आज पहले ही दिन रविवार होने के चलते कुछ परेशानी तो जरूर आई मगर किसी तरह 12 बजते बजते रविवार को ही टोकन पटना प्रारंभ हुआ और 2:00 बजे के करीब धान तोलाना प्रारंभ हो पाया खास बात यह है कि नियमानुसार 8 दिन पहले टोकन करना चाहिए था मगर गरियाबंद जिले के पांच धान खरीदी केंद्रों में कंप्यूटर में डाटा उपलब्ध नहीं होने के चलते टोकन नहीं कर पाए थे आज धान खरीदी प्रारंभ होने के दिन किसान टोकन के लिए परेशान होते नजर आए और अंततः धान खरीदी में काफी विलंब हो गया इसके अलावा आज पहले दिन धान की बंपर आवक आज देखी गई है ऐसा बताया जा रहा है कि मात्र 2000 बोरा ही धान की खरीदी किया जाना है किंतु ऐसा लगता है कि धान की आवक बड़ी तेजी से होगा क्योंकि बहुत से किसान काफी समय से धान काटकर हरदी प्रारंभ होने का इंतजार कर रहे थे Conclusion:वही इस बार जिले के हर धान खरीदी केंद्रों में पहले से 10% ज्यादा धान खरीदी होने का अनुमान है क्योंकि पहली बार वन अधिकार पट्टा की जमीन पर उगाया गया धान को भी सरकार खरीद रही है इसके अलावा खास बात यह है कि डिफाल्टर किसानों के धान नहीं खरीदे जाते थे और पिछली बार ऋण माफी होने के चलते जो किसान अब तक डिफाल्टर थे वह भी इस बार धान बेच सकेंगे

बाइट---सेवक राम पुजारी अध्यक्ष धान खरीदी समिति

बाइट ---मुरलीधर सिन्हा समिति सदस्य
Last Updated : Dec 1, 2019, 11:45 PM IST
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