बिलासपुर: सिविल लाइन क्षेत्र के सेंट विंसेंट पलोटी स्कूल में चौथी क्लास की छात्रा सोडियम ब्लास्ट से झुलस गई. टॉयलेट में छात्रों ने शरारत की और सोडियम को टायलेट में छिपाकर रख दिया.जैसे ही सोडियम में पानी पड़ा वैसे ही धमाका हो गया.जिसमें एक छात्रा गंभीर रुप से झुलस गई.जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.इस घटना की जांच सिविल लाइन पुलिस कर रही है.
क्या है पूरी घटना : पूरा मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है. जहां सेंट विंसेंट पालिटी स्कूल में धमाके से छात्रा झुलस गई. घटना सुबह 10 बजे की बताई जा रही है. घटना तब हुई जब स्कूल में परीक्षा चल रही थी. इसी बीच कक्षा चौथी की छात्रा बाथरूम गई. जैसे ही उसने टायलेट का फ्लश दबाया वैसे ही जोरदार धमाका हो गया.धमाके की आवाज सुनकर स्कूल का स्टाफ बाथरुम के पास पहुंचा.जहां बच्ची फर्श पर गिरी हुई थी.उसके हाथ पांव झुलस गए थे.जिसे तत्काल इलाज के लिए प्राइवेट बर्न हॉस्पिटल में पहुंचाया गया. जहां बच्ची का इलाज जारी है.
बड़ी दुर्घटना होने से टली : घटना के बाद स्कूल में पढ़ने वाले दूसरी बच्ची के पिता चेतन ने कहा कि मेरी बच्ची भी बाथरूम जा रही थी. इसी दौरान टीचर ने उन्हे आवाज देकर बुलाया और जैसे ही वह पलटकर टीचर के पास जाने लगी तेज धमाके की आवाज आई-
धमाके में बाथरुम के अंदर बच्ची घायल हो गई. इस घटना से स्कूल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है. घायल बच्ची का स्वास्थ्य ठीक हो जाए यही प्रार्थना है. जो भी इस घटना में शामिल हैं उस पर पुलिस जल्द से जल्द कार्रवाई कर.शाम में जाकर उस बच्ची से मिलेंगे.जो भी उनके पालक बोलेंगे उसके अनुसार आगे स्ट्राइक किया जाएगा. - अमित गुप्ता, पालक
वहीं मामले में सेंट विंसेंट पलोटी स्कूल के प्रिंसिपल सुमित कुमार ने कहा है कि अभी बच्चों की परीक्षा चल रही है.किसी ने बाहर से सोडियम लाकर बाथरुम में छिपाया था.
स्कूल के कुछ बच्चों ने सोडियम लेकर बाथरूम में छिपाया था. उन्हें इस घटना का अंदाजा नहीं था कि ऐसा हो सकता है.वो स्कूल खत्म होने का इंतजार कर रहे थे.इसी दौरान बच्ची टायलेट गई और सोडियम में पानी पड़ने के कारण उसमें धमाका हो गया. मिस बिहेवियर के कारण ये घटना हुई है.किसी ने जानबूझकर ये नहीं किया है. फिलहाल बच्ची को अस्पताल में भर्ती करवाकर उसका इलाज किया जा रहा है- सुमित कुमार, प्रिंसिपल पैलोटी स्कूल
वहीं इस मामले में जब हमने सिविल लाइन पुलिस से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.आपको बता दें कि इस तरह की लापरवाही से कहीं ना कहीं बच्ची की जान पर बन आई थी. यदि ब्लास्ट के दौरान कोई भी नुकीली चीज बच्ची के शरीर में धंस गई होती तो आज स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी.बहरहाल स्कूल में पढ़ने वाले दूसरे बच्चों के पालक इस घटना से डरे हुए हैं. उनका कहना है कि यदि प्रबंधन ने इसके खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं कि तो वो स्ट्राइक करेंगे.
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