ETV Bharat / state

दुर्ग: 'आरकेएस ब्रिक्स प्लांट' में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ किया जा रहा काम

दुर्ग में ग्रीन जोन बनने के बाद 'आरकेएस ब्रिक्स प्लांट' में काम शुरू हो गया है. इस प्लांट में सोशल डिस्टेंस बनाकर और मास्क लगाकर ही मजदूर काम कर रहे हैं.

Work on RKS Bricks plant followed by social distance in Durg
लॉकडाउन के दौरान आर के एस ब्रिक्स में काम चालू
author img

By

Published : May 4, 2020, 11:34 PM IST

दुर्ग: नंदिनी अहिवारा में स्थित 'आरकेएस ब्रिक्स प्लांट' को 10 दिनों पहले ही खोल दिया गया था. काम के दौरान यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से ख्याल रखा जा रहा है.

लॉकडाउन के दौरान आर के एस ब्रिक्स में काम चालू

ग्रीन जोन में मिली रियायत के बाद 20 अप्रैल को इस प्लांट को खोलने की छूट मिली थी. इस कंपनी में आधे मजदूर काम कर रहे हैं. प्लांट में एहतियातन के तौर पर आसपास के गांव के ही मजदूरों को काम पर बुलाया जा रहा है. एक मीटर की दूरी पर गोला बनाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करवाया जा रहा है.

साथ ही मेन गेट पर सैनिटाइजर के उपयोग के बाद ही मजदूरों को एंट्री दी जा रही है. कंपनी की ओर से मजदूरों में मास्क बटवाएं गए है. आरकेएस ब्रिक्स प्लांट के डायरेक्टर राकेश साहू का कहना है कि कोरोना वायरस को देखते हुए कंपनी में पूरी सावधानियां बरती जा रही हैं. प्लांट में काम करने आ रहे मजदूरों को उनका वेतन भी समय से दिया जा रहा है, ताकि उन्हें कोई समस्या न हो.

दुर्ग: नंदिनी अहिवारा में स्थित 'आरकेएस ब्रिक्स प्लांट' को 10 दिनों पहले ही खोल दिया गया था. काम के दौरान यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से ख्याल रखा जा रहा है.

लॉकडाउन के दौरान आर के एस ब्रिक्स में काम चालू

ग्रीन जोन में मिली रियायत के बाद 20 अप्रैल को इस प्लांट को खोलने की छूट मिली थी. इस कंपनी में आधे मजदूर काम कर रहे हैं. प्लांट में एहतियातन के तौर पर आसपास के गांव के ही मजदूरों को काम पर बुलाया जा रहा है. एक मीटर की दूरी पर गोला बनाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करवाया जा रहा है.

साथ ही मेन गेट पर सैनिटाइजर के उपयोग के बाद ही मजदूरों को एंट्री दी जा रही है. कंपनी की ओर से मजदूरों में मास्क बटवाएं गए है. आरकेएस ब्रिक्स प्लांट के डायरेक्टर राकेश साहू का कहना है कि कोरोना वायरस को देखते हुए कंपनी में पूरी सावधानियां बरती जा रही हैं. प्लांट में काम करने आ रहे मजदूरों को उनका वेतन भी समय से दिया जा रहा है, ताकि उन्हें कोई समस्या न हो.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.