भिलाई : निगम के शहरी गौठान में महिलाएं सेनेटरी पैड बनाने का कार्य कर रही है. इसके लिए महिलाओं ने लगभग डेढ़ लाख की मशीन खरीदी है. सेनेटरी पैड बनाने के लिए महिलाओं ने काम शुरू कर दिया है. निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे ने कार्य का निरीक्षण किया. उन्होंने महिलाओं को इस दिशा में आवश्यक निर्देश दिए. सेक्टर 2 की जगत जननी महिला स्व सहायता समूह ने कमजोर वर्ग की किशोरियों और महिलाओं तक इस पैड को पहुंचाने का जिम्मा उठाया (Self help group making sanitary pad in Bhilai) है.
सस्ती दर पर उपलब्ध होगा सेनेटरी पैड : वहीं समूह की अध्यक्ष अनामिका सिंह ने बताया कि इस पैड की खासियत यह है कि '' माहवारी के दौरान महिलाओं को यह एनर्जेटिक रखता है. वह इसलिए क्योंकि इसमें ओनियन पल्प का इस्तेमाल किया जा रहा (bhilai news) है. बहुत सारे सेनेटरी पैड में इसका उपयोग नहीं होता है, लेकिन गौठान में निर्मित पैड में इसका उपयोग किया जा रहा (Sanitary pad made from onion pulp in Bhilai) है. इस पैड में जेल सीट का उपयोग किया जा रहा है. जबकि आमतौर पर अन्य पैड में यह नहीं होता है. पैड मार्केट से यह सस्ती दर पर उपलब्ध होगा.''
क्या है स्व-सहायता समूह का उद्देश्य : इस सैनेटरी पैड निर्माण उद्देश्य ये है कि यह ऐसी महिलाओं तक पहुंचे जो पैड को लेकर ज्यादा खर्च वहन नहीं कर सकती (
Cheap Sanitary Pads in Bhilai)है.महिलाओं ने बताया कि वे सभी 2015 से समूह कार्य कर रही है. उन्होंने पहले पापड़, अचार, बिजोरी, बड़ी बनाने के कार्य को अपनाया था, लेकिन 2018 में जबसे निगम में पंजीयन हुआ इन्हें मोटिवेशन मिला. घरेलू सामग्रियों के अलावा कुछ अलग करने की ठानी.
मेयर ने दिया प्लेटफार्म : महापौर नीरज पाल ने स्व सहायता समूह की महिलाओं को बेहतर प्लेटफार्म देने के लिए गौठान में ऐसी महिलाओं को स्थान दिया (Chhattisgarh news ) है. जो महिलाओं के स्वास्थ्य की दिशा में भी अग्रणी होकर कार्य कर सकती हैं. महिलाएं आर्थिक आय भी अर्जित कर सकती हैं. जगत जननी महिला स्व सहायता समूह में लगभग 14 महिलाएं इस काम को कर रही है. इसमें कोषाध्यक्ष फूलवती भगत और सचिव प्रमिला डडसेना है.
कितने का ऑर्डर मिला : जगत जननी स्व सहायता समूह महिला समूह के अध्यक्ष ने बताया कि सेनेटरी पैड काम हो रहा है. निगम की तरफ से ऑर्डर भी मिल गया है. बहुत जगह से स्कूल- कॉलेज में भी संपर्क किया गया हैं. जैसे सामाजिक कार्यक्रम में भी स्टार लगा रहे हैं. अब तक 8 हजार पैड बनाने का ऑर्डर मिला है. महिला समूह से जुड़ी महिला बताया कि ''घर में खाली बैठे रहने से अच्छा है गौठान से जुड़कर कुछ काम करें. इस काम को करने से आमदनी भी हो जाती है''