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धमतरी: ड्रेनेज सिस्टम में सुधार के लिए राज्य सरकार ने दी करोंड़ों की स्वीकृति - धमतरी में बारिश

धमतरी शहरी इलाके में ड्रेनेज सिस्टम सुधारने के लिए राज्य सरकार की ओर 7 करोड़ 50 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है. लोगों को बरसात के पानी से होने वाली समस्याओं से निजात मिल सकेगी.

State Government give Funds
राज्य सरकार ने दी करोंड़ों की स्वीकृति
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Published : Feb 27, 2021, 1:53 AM IST

Updated : Feb 27, 2021, 3:07 AM IST

धमतरी: शहर का ड्रेनेज सिस्टम सुधारने के लिए राज्य सरकार की ओर 7 करोड़ 50 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है. बताया जा रहा है कि इस राशि से अब नाला और नालियों में सुधार किया जाएगा. इसके अलावा नाले के ऊपर से अतिक्रमण भी हटाए जाएंगे. ऐसे में अब उम्मीद है कि आने वाले दिनों में शहर की ड्रेनेज सिस्टम ठीक हो जाएगी. वहीं लोगों को बरसात के पानी से हो रही समस्या से निजात मिल सकेगी.

राज्य सरकार ने दी करोंड़ों की स्वीकृति

कुछ सालों से जिले में खूब बारिश हो रही है. नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे सहित अन्य मार्गों में घुटने तक पानी भरने की स्थिति भी बनती है. बरसात का पानी लोगों के घरों में घुसने लगता है. ऐसी स्थिति को देखते हुए निगम प्रशासन की टीम ने खराब ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने के लिए प्रस्ताव बनाया. इस प्रस्ताव को शासन को भेजा गया. शासन ने 14 वित्त आयोग के तहत निगम के भेजे गए प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है.

शनिवार को धमतरी दौरे पर सीएम भूपेश, कणेश्वर धाम मेले में होंगे शामिल

इन इलाकों में समस्या अधिक

हर साल बारिश में आमापारा, पुराना बस स्टैंड, विमल टॉकीज रोड, भगवती मैरिज ग्राउंड, बनियापारा सहित बॉम्बे गैरेज क्षेत्र से रास्ता पार करना मुश्किल हो जाता है. इन इलाकों में घुटने तक पानी भर जाता है. वहीं बारिश में बार-बार सड़कें जलमग्न होने से आवाजाही भी प्रभावित होती है. इसके अलावा सड़कें जल्दी उखड़ जाती है. नालियों का मलबा भी सड़क में फैल जाता है. जिससे बिमारी का खतरा बना रहता है.

क्यों पड़ी नए ड्रेनेज सिस्टम की जरूरत?

शहर की पुरानी बसाहट है. आज यहां अतिक्रमण बढ़ गए हैं. टेढ़ी-मेढ़ी नालियां हैं. नालियों में ढाल नहीं हैं. बड़े नालों से पानी निकलने का सिस्टम खराब है. नाले में तकनीक की कमी है. जिसके कारण पानी तेजी से पास नहीं हो पाता. इसके अलावा छोटी-बड़ी नालियों के ऊपर अतिक्रमण हो गया है. जिसके कारण बारिश का पानी आगे नहीं बढ़ पाता है. छोटे-बड़े नाली और बड़े नालों की साफ-सफाई के लिए निगम के पास पर्याप्त स्टॉफ और संसाधन हैं. लेकिन फिलहाल उनका पूरी तरह से उपयोग भी नहीं किया जा सकता है. क्योंकि ड्रेनेज सिस्टम खराब स्थिति में है. सफाई पर हर महीने करीब 25 लाख रुपए खर्च हो रहे हैं.

धमतरी: शहर का ड्रेनेज सिस्टम सुधारने के लिए राज्य सरकार की ओर 7 करोड़ 50 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है. बताया जा रहा है कि इस राशि से अब नाला और नालियों में सुधार किया जाएगा. इसके अलावा नाले के ऊपर से अतिक्रमण भी हटाए जाएंगे. ऐसे में अब उम्मीद है कि आने वाले दिनों में शहर की ड्रेनेज सिस्टम ठीक हो जाएगी. वहीं लोगों को बरसात के पानी से हो रही समस्या से निजात मिल सकेगी.

राज्य सरकार ने दी करोंड़ों की स्वीकृति

कुछ सालों से जिले में खूब बारिश हो रही है. नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे सहित अन्य मार्गों में घुटने तक पानी भरने की स्थिति भी बनती है. बरसात का पानी लोगों के घरों में घुसने लगता है. ऐसी स्थिति को देखते हुए निगम प्रशासन की टीम ने खराब ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने के लिए प्रस्ताव बनाया. इस प्रस्ताव को शासन को भेजा गया. शासन ने 14 वित्त आयोग के तहत निगम के भेजे गए प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है.

शनिवार को धमतरी दौरे पर सीएम भूपेश, कणेश्वर धाम मेले में होंगे शामिल

इन इलाकों में समस्या अधिक

हर साल बारिश में आमापारा, पुराना बस स्टैंड, विमल टॉकीज रोड, भगवती मैरिज ग्राउंड, बनियापारा सहित बॉम्बे गैरेज क्षेत्र से रास्ता पार करना मुश्किल हो जाता है. इन इलाकों में घुटने तक पानी भर जाता है. वहीं बारिश में बार-बार सड़कें जलमग्न होने से आवाजाही भी प्रभावित होती है. इसके अलावा सड़कें जल्दी उखड़ जाती है. नालियों का मलबा भी सड़क में फैल जाता है. जिससे बिमारी का खतरा बना रहता है.

क्यों पड़ी नए ड्रेनेज सिस्टम की जरूरत?

शहर की पुरानी बसाहट है. आज यहां अतिक्रमण बढ़ गए हैं. टेढ़ी-मेढ़ी नालियां हैं. नालियों में ढाल नहीं हैं. बड़े नालों से पानी निकलने का सिस्टम खराब है. नाले में तकनीक की कमी है. जिसके कारण पानी तेजी से पास नहीं हो पाता. इसके अलावा छोटी-बड़ी नालियों के ऊपर अतिक्रमण हो गया है. जिसके कारण बारिश का पानी आगे नहीं बढ़ पाता है. छोटे-बड़े नाली और बड़े नालों की साफ-सफाई के लिए निगम के पास पर्याप्त स्टॉफ और संसाधन हैं. लेकिन फिलहाल उनका पूरी तरह से उपयोग भी नहीं किया जा सकता है. क्योंकि ड्रेनेज सिस्टम खराब स्थिति में है. सफाई पर हर महीने करीब 25 लाख रुपए खर्च हो रहे हैं.

Last Updated : Feb 27, 2021, 3:07 AM IST
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