धमतरी: बजरंग दल के 5 कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और रिहाई के बीच जम कर सियासत हुई. बजरंगियों की रिहाई के विरोध में भाजपा, विहिप और बजरंग दल के नेताओं ने पुलिस को ज्ञापन सौंपा. फिर शाम को कोतवाली थाने का घेराव कर दिया. बजरंगियों ने थाने के बाहर ही पुलिस और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी जारी रखी. इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ किया गया.
रिहा हुए कार्यकर्ता का जोरों से स्वागत: प्रदर्शनकारी बजरंगियों पर कार्रवाई को गलत ठहरा कर अपनी भी गिरफ्तारी देने की मांग कर रहे थे. इस बीच गिरफ्तार 5 बजरंगियों को अदालत से जमानत मिल गई और देर शाम उन्हें रिहा कर दिया गया. जेल के बाहर से ही नारेबाजी करते हुए. सभी कार्यकर्ता घड़ी चौक आए. फिर ढोल नगाड़े और फूल मालाओं से स्वागत किया गया. रिहाई के बाद बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने कहा कि अब उनका उत्साह और बढ़ गया है.
पुलिस का बयान: इस मामले में एएसपी ने बताया कि "एफआईआर के बाद 5 लोगों की गिरफ्तारी की गई थी. बजरंग दल के कार्यकर्ता यहां विरोध में कोतवाली के सामने प्रदर्शन के लिए बैठे थे. सीसीटीवी फुटेज देखकर कार्रवाई की गई. इस मामले में डीएसपी रैंक के अधिकारी के द्वारा जांच की जाएगी. जांच के लिए सोमवार तक का समय दिया गया है."
कांग्रेस ने दर्ज कराई थी शिकायत: इस मामले में कांग्रेस के पदाधिकारियों की रिपोर्ट पर नामजद अपराध दर्ज किया गया था. जिसमें धारा 452 लगाया गया था. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इसका लगातार विरोध किया और पुलिस से जांच की मांग की है. इस सब हंगामे के बीच पुलिस ने जांच का आश्वासन दिया है.
यह भी पढ़ें: " सीएम भूपेश को हनुमानजी लगा देंगे ठिकाने"
यह है पूरा मामला: कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने घोषणा पत्र जारी किया है. इस घोषणा पत्र के तहत अगर राज्य में कांग्रेस की सरकार बनती है तो बजरंग दल को बैन करने की बात की गई है. जिसका विरोध बीजेपी समेत सभी हिंदूवादी दल कर रहे हैं. इसे लेकर ही धमतरी में भी विरोध प्रदर्शन किया गया था. जिसमें बजरंग दल के 5 कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई. उसके बाद जमकर बवाल हुआ. शुक्रवार को बजरंग दल के सभी पांचों कार्यकर्ताओं को कोर्ट से जमानत मिल गई.