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धमतरी : सालभर से न्याय के लिए भटक रहे दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी

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Published : Aug 2, 2020, 3:07 PM IST

Updated : Aug 2, 2020, 8:35 PM IST

पिछले 20 साल से यांत्रिकी सेवा संभाग में कार्यरत दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को बिना किसी कारण नौकरी से निकाल दिया गया. इसके साथ ही उन्हें पिछले कई महीनों का वेतन भी नहीं दिया गया, जिसके बाद कर्मचारी न्याय की आस में कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य के पास पहुंचे.

Daily wage earners are wandering for justice in dhamtari
दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी

धमतरी: जिले के ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग में कार्यरत दैनिक वेतनभोगी कर्माचारी को बिना सूचना दिए काम से निकालने का मामला सामने आया है. इस कारण कर्मचारी के जीविका पर बुरा असर पड़ रहा है. कर्मचारियों का कहना है कि नौकरी जाने से उनके लिए परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. कर्मचारियों को बिना कारण अचानक कार्यमुक्त कर देना सही नहीं है, जिसके चलते इस विभाग में कार्य कर रहे 7 लोग न्याय की गुहार कलेक्टर से लगा रहे हैं.

न्याय के लिए भटक रहे दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी


बता दें कि दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी विभाग में पिछले 20 साल से काम कर रहे थे, लेकिन नए कार्यपालन अभियंता के आते ही लगभग 7 कर्मचारियों की छंटनी कर दी गई. कर्मचारियों का कहना है कि इसकी शिकायत पहले भी उन्होंने कलेक्ट्रेट से लेकर मुख्यमंत्री तक से की, लेकिन आजतक कोई सुनवाई नहीं हुई. कर्मचारी न्याय की आस में जिंदगी काट रहे हैं. वहीं किसी भी प्रकार की पहल नहीं किए जाने के कारण आशा और विश्वास के साथ एक बार फिर वो न्याय के लिए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और जिलाधीश को समस्या से अवगत कराया.

पढ़ें : पहाड़ों पर बस 'वर्चुअल' ही हैं ऑनलाइन क्लासेस

कर्मचारियों को न्याय दिलाने की बात कही
कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें पिछले चार महीने से सैलरी भी नहीं दी गई और अचानक बिना कारण और जानकारी के नौकरी से छुट्टी कर दी गई. कर्मचारियों की मांग है कि, उन्हें वापस काम पर रखने के साथ ही उन्हें रुका हुआ वेतन दिया जाए. धमतरी कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने कहा कि मुद्दा संज्ञान में आया है जिस पर संबंधित अधिकारी को इस संबंध में जानकारी लेंगे और मामले की जांच कराएंगे.

धमतरी: जिले के ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग में कार्यरत दैनिक वेतनभोगी कर्माचारी को बिना सूचना दिए काम से निकालने का मामला सामने आया है. इस कारण कर्मचारी के जीविका पर बुरा असर पड़ रहा है. कर्मचारियों का कहना है कि नौकरी जाने से उनके लिए परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. कर्मचारियों को बिना कारण अचानक कार्यमुक्त कर देना सही नहीं है, जिसके चलते इस विभाग में कार्य कर रहे 7 लोग न्याय की गुहार कलेक्टर से लगा रहे हैं.

न्याय के लिए भटक रहे दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी


बता दें कि दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी विभाग में पिछले 20 साल से काम कर रहे थे, लेकिन नए कार्यपालन अभियंता के आते ही लगभग 7 कर्मचारियों की छंटनी कर दी गई. कर्मचारियों का कहना है कि इसकी शिकायत पहले भी उन्होंने कलेक्ट्रेट से लेकर मुख्यमंत्री तक से की, लेकिन आजतक कोई सुनवाई नहीं हुई. कर्मचारी न्याय की आस में जिंदगी काट रहे हैं. वहीं किसी भी प्रकार की पहल नहीं किए जाने के कारण आशा और विश्वास के साथ एक बार फिर वो न्याय के लिए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और जिलाधीश को समस्या से अवगत कराया.

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कर्मचारियों को न्याय दिलाने की बात कही
कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें पिछले चार महीने से सैलरी भी नहीं दी गई और अचानक बिना कारण और जानकारी के नौकरी से छुट्टी कर दी गई. कर्मचारियों की मांग है कि, उन्हें वापस काम पर रखने के साथ ही उन्हें रुका हुआ वेतन दिया जाए. धमतरी कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने कहा कि मुद्दा संज्ञान में आया है जिस पर संबंधित अधिकारी को इस संबंध में जानकारी लेंगे और मामले की जांच कराएंगे.

Last Updated : Aug 2, 2020, 8:35 PM IST
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