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बेमेतरा: आत्महत्या रोकने में मीडिया की भूमिका विषय पर सेमिनार

स्वास्थ्य विभाग द्वारा आत्महत्या की रोकथाम के लिए कार्यशाला आयोजित की गई. जिसमें सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीएफएआर) संस्था ने मीडियाकर्मियों से इसे रोकने में युवाओं को जागरूक करने की बात कही.

मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम
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Published : Jul 22, 2019, 11:40 AM IST

बेमेतरा: पंचायत सभाकक्ष में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में आत्महत्या और उसके कारण पर चर्चा करते हुए इसकी रोकथाम पर विचार विमर्श किया गया. एक दिवसीय कार्यशाला में आत्महत्या के केस में मीडिया की भूमिका पर चर्चा करते हुए मीडियाकर्मियों से इसकी रोकथाम के लिए जागरुकता फैलाने की बात कही गई.

मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम

आत्महत्या रोकने के लिए कार्यशाला
छत्तीसगढ़ में डिप्रेशन से युवाओं में बढ़ती आत्महत्या पर चिंतन कार्यशाला का आयोजन किया गया था. कार्यशाला में कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और जनता से सीधे जुड़ती है. इसलिए आत्महत्या की रोकथाम के लिए इससे संबंधित खबरों को सही तरीके से प्रस्तुत करें, जिससे आत्महत्या के तरीकों का प्रचार न हो. साथ ही स्कूल-कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाने की बात कही गई. कार्यशाला में दिल्ली से आई एक टीम ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से स्वास्थ्य रहने के तरीकों के बारे में लोगों को बताया.

पढ़े: दुर्ग : कोर्ट ने गैंगेस्टर तपन सरकार समेत 3 पुलिसकर्मियों को सुनाई 2 साल की सजा

आत्महत्या रोकना मीडिया की जिम्मेदारी
सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीएफएआर) संस्था की विषय-विशेषज्ञ आरती धर ने कहा कि इंसान का कर्तव्य होना चाहिए की वे एक दूसरे की मदद करें. उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ पहला राज्य है जहां आत्महत्या की रोकथाम के लिए मीडिया प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

बेमेतरा: पंचायत सभाकक्ष में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में आत्महत्या और उसके कारण पर चर्चा करते हुए इसकी रोकथाम पर विचार विमर्श किया गया. एक दिवसीय कार्यशाला में आत्महत्या के केस में मीडिया की भूमिका पर चर्चा करते हुए मीडियाकर्मियों से इसकी रोकथाम के लिए जागरुकता फैलाने की बात कही गई.

मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम

आत्महत्या रोकने के लिए कार्यशाला
छत्तीसगढ़ में डिप्रेशन से युवाओं में बढ़ती आत्महत्या पर चिंतन कार्यशाला का आयोजन किया गया था. कार्यशाला में कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और जनता से सीधे जुड़ती है. इसलिए आत्महत्या की रोकथाम के लिए इससे संबंधित खबरों को सही तरीके से प्रस्तुत करें, जिससे आत्महत्या के तरीकों का प्रचार न हो. साथ ही स्कूल-कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाने की बात कही गई. कार्यशाला में दिल्ली से आई एक टीम ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से स्वास्थ्य रहने के तरीकों के बारे में लोगों को बताया.

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आत्महत्या रोकना मीडिया की जिम्मेदारी
सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीएफएआर) संस्था की विषय-विशेषज्ञ आरती धर ने कहा कि इंसान का कर्तव्य होना चाहिए की वे एक दूसरे की मदद करें. उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ पहला राज्य है जहां आत्महत्या की रोकथाम के लिए मीडिया प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

Intro:एंकर-स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत् आज जिला पंचायत सभाकक्ष में मीडिया
प्रतिनिधियों की कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में आत्महत्या रोकथाम में मीडिया की भूमिका के विषय पर विशेष पहल की गई एवम समाज को जागरूक करने की बात कही गयी।Body:कार्यशाला को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी ने कहा कि मीडिया को चैथा स्तम्भ
माना गया है जिसकी पहुंच सीधी जनता तक है। आज के कार्यशाला का विषय बहुत ही चिंतन का विषय है। छत्तीसगढ़ में आंकड़े सराहनीय नहीं है। आज के युवा डिप्रेशन में आकर यह घातक कदम उठा रहे है जो चिन्ता का विषय है। कलेक्टर ने जिला के स्कूल एवं काॅलेजो में इसकी रोकथाम के लिए कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित मीडिया के प्रतिनिधियों सेआग्रह कि वे आत्महत्या की खबरों को इस तरह से प्रस्तुत करें कि समाज में आत्महत्या के तरीके का प्रचार न हो, कार्यक्रम में दिल्ली से आई टीम ने प्रजेंटेशन कर माध्यम में एक्टिविटी कराकर स्वास्थ्य रहने का तरीका बताया Conclusion:सीएफएआर संस्था के विषय-विशेषज्ञ सुश्री आरतीधर ने
कहा कि इंसान का कत्र्तव्य है कि वह एक दूसरे की मदद करें। उन्होंने आत्महत्या करने के विभिन्न कारणों की जानकारी देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ पहला राज्य है जहां आत्महत्या रोकथाम के लिए मीडिया प्रतिनिधियों का
प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया है।कार्यक्रम में सीईओ प्रकाश कुमार सर्वे, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.एस.के
शर्मा, सिविल सर्जन डाॅ.एस.के पाल, उप पुलिस अधीक्षक एस.एस.शर्मा, सेंटर फार एडवोकेसी एण्ड रिसर्च नई दिल्ली के विषय -विशेषज्ञ सुश्री आरती धर,अनिस एवं नदीम अहमद, सुष्मिता, डाॅ.सुमी जैन एवम मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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