बेमेतरा: छत्तीसगढ़ में हाल ही में ही कवर्धा और दुर्ग जिले से कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से आस-पास के जिलों भी हड़कंप मचा हुआ है. महाराष्ट्र और नागपुर से लौटे मजदूर कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. वहीं पड़ोसी जिलों में कोरोना के मरीज मिलने के बाद भी बेमेतरा जिला प्रशासन इसके नियंत्रण और बचाव को लेकर अलर्ट नहीं दिखाई दे रहा है. शहर में लोगों की भीड़ देखने से लग रहा है, जैसे व्यवस्था के नाम पर यहां महज खानापूर्ति की जा रही है.
सोमवार को लॉकडाउन के बीच 40 दिनों की छूट के बाद जब सरकारी शराब की दुकानें खुलीं, तो पहले ही दिन शराब की दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती दिखी. लोग शराब दुकान में भीड़ लगाकर घंटों लाइन में खड़े रहे. इस बीच किसी भी व्यक्ति ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन नहीं किया. इसके साथ ही बाजारों में भीड़ देखने को मिली. सरकारी शराब दुकानों में तो नियमों का पालन नहीं किया गया, वहीं इसके साथ ही कई व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में भी लोगों की भीड़ जमा रही. लॉकडाउन लागू रहने के बाद भी शहर में लोग सड़क पर घूमते मिले.
'कोरोना महामारी को लेकर हम सजग हैं'
इस संबंध में कलेक्टर शिवअनंत तायल ने कहा कि, 'वैश्विक महामारी कोरोना के मद्देनजर हम सजग हैं. लगातार हमारे स्वास्थ्य कर्मचारी पुलिस कर्मचारी और ग्राम पंचायत की टीम सतर्क है. बाहर से आ रहे मजदूरों की बॉर्डर पर ही जांच की जा रही है. वहीं गांव पहुंचने पर क्वॉरेंटाइन करके जांच की जा रही है. वहीं गांव में कोतवाल और मितानिनों की ड्यूटी लगाई गई है.'
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पहले ही दिन बिकी करोड़ों की शराब
बता दें कि जिले में शराब बिक्री के पहले ही दिन 1 करोड़ 25 लाख की शराब बेची गई. इस दौरान लोग सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते देखे गए. लंबी लाइनों में सैकड़ों की संख्या में लोग शराब लेने घंटों खड़े रहे. भीड़ इतनी थी कि लोग धक्का-मुक्की पर भी उतर आए. भीड़ को काबू करने में पुलिस को मेहनत करनी पड़ी.