बलांगीर: ओडिशा के बलांगीर जिले के पुइंतला ब्लॉक के बंधनबहाल गांव में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक ने मजदूर के रूप में काम करने के लिए छुट्टी मांगी है. गांव के सरकारी प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक प्रभुदत्त साहू ने आरोप लगाया कि उन्हें तीन महीने से वेतन नहीं मिला है. उन्होंने खेत मजदूर के रूप में काम करने के लिए छुट्टी मांगी है.
स्कूल के प्रधानाध्यापक को दिए गए अपने छुट्टी आवेदन में साहू ने कहा कि वेतन नहीं मिलने के कारण उन्हें गंभीर आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है और उनके पास अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
कथित तौर पर प्रधानाध्यापक ने उनकी छुट्टी मंजूर कर ली है. साहू ने कहा कि अगर स्थिति ऐसी ही बनी रही तो उन्हें अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए मजदूर के रूप में काम करना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि उन पर 30,000 रुपये से अधिक का कर्ज है और अब वे और कर्ज नहीं ले सकते. उन्होंने कहा कि मुझे भले ही वेतन नहीं मिला हो, लेकिन मैं छुट्टियां ले सकता हूं. इसलिए मैंने छुट्टी ली और खेत मजदूर के रूप में काम किया.
अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी केशव मेहर ने कहा कि साहू ओडिशा राज्य सहायक शिक्षक संवर्ग (एक्स-कैडर) से हैं. ऐसे शिक्षकों के वेतन में दो महीने की देरी हुई, क्योंकि डिजीजीओवी वेबसाइट में तकनीकी खामियां थीं, जिसका उपयोग उनके वेतन को संसाधित करने के लिए किया जाता है.
उन्होंने कहा कि अब जिले के 14 में से 12 ब्लॉकों में यह व्यवस्था ठीक कर ली गई है. मेहर ने कहा कि शेष दो ब्लॉकों के शिक्षकों को जल्द ही वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा. जिले में कुल 809 एक्स-कैडर शिक्षक हैं. हाल ही में जिला शिक्षा कार्यालय के लेखाकारों ने हड़ताल कर दी थी, जिसके बाद सरकार ने एक्स-कैडर शिक्षकों के वेतन का भुगतान डिजीजीओवी के माध्यम से करने का निर्णय लिया. इस बीच, राज्य सरकार ने शिक्षा कार्यालयों को निर्देश जारी किए हैं कि वे सुनिश्चित करें कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.
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