जगदलपुर : देश की नवरत्न कंपनी (Navratna Company) में से एक एनएमडीसी के कार्यों को देखने और समझने के लिए विधानसभा समिति के सदस्यों (members of assembly committee) ने तीन दिवसीय बस्तर दौरा किया. इस दौरान समिति के सदस्यों ने दंतेवाड़ा जिले के एनएमडीसी उपक्रम और जगदलपुर के नगरनार क्षेत्र में निर्माणाधीन एनएमडीसी स्टील प्लांट (NMDC Steel Plant under construction) का दौरा किया. दोनों जगहों में एनएमडीसी के अधिकारियों संग बैठक की. साथ ही सदस्यों ने एनएमडीसी के अधिकारियों को क्षेत्र विकास और स्थानीय रोजगार संबंधी जानकारी भी मांगी. स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार के लिए जो परीक्षा देश के अलग-अलग राज्यों में ली जाती हैं, उन्हें बंद कर तत्काल बस्तर में परीक्षा संपन्न कराने का अधिकारियों को निर्देश दिया. इसके अलावा क्षेत्र के विकास में जो राशि खर्च की जाती है, उसे सार्वजनिक किये जाने की बात भी की.
रायपुर से बस्तर दौरे पर पहुंची थी विधानसभा समिति के 9 सदस्यों की टीम
बता दें कि विधानसभा समिति के 9 सदस्यों की टीम रायपुर से बस्तर दौरे पर पहुंची थी. इस समिति में बस्तर प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, समिति के अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा व समिति सदस्य धनेंद्र साहू, विधायक राजमन बेंजाम, दंतेवाड़ा की विधायक देवती कर्मा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के साथ अन्य विधायक व प्रशासन के बड़े अधिकारी भी बस्तर पहुंचे थे.
निर्माणाधीन एनएमडीसी स्टील प्लांट का भी किया निरीक्षण
तीन दिवसीय दौरे में बुधवार को दंतेवाड़ा के बचेली स्थित एनएमडीसी उपक्रम के बड़े अधिकारियों के साथ बैठक के बाद गुरुवार को दल नगरनार क्षेत्र में निर्माणाधीन एनएमडीसी स्टील प्लांट के निरीक्षण के लिए पहुंचा. यहां सभी एनएमडीसी के अधिकारियों संग बैठक की. साथ ही यहां के ट्रेड यूनियन कर्मचारी और स्थानीय कर्मचारियों के साथ-साथ भू-प्रभावितों से भी समिति सदस्यों ने मुलाकात की. इस क्रम में एनएमडीसी स्टील प्लांट को लेकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई.
CSR मद से पूरी की जाएंगी पंचायत की मांगें
इधर, नगरनार निर्माणाधीन एनएमडीसी प्लांट के दौरे के बाद यह समिति पत्रकारों से भी रू-ब-रू हुई. वहीं प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए विधानसभा उपक्रम समिति के अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार के अनुमोदन के लिए वे यहां आए हैं. साथ ही एनएमडीसी प्रबंधन की शिकायत पर चर्चा की गई है, जो भी मांग पंचायतों से आती हैं, उन्हें CSR मद से पूरा किया जाए.
नियमतः नहीं किया जा सकता है निजीकरण
समिति के अध्यक्ष ने स्पष्ट कहा कि किसी भी सूरत में एनएमडीसी प्लांट का निजीकरण नहीं होने दिया जाएगा. भारत सरकार भले ही कोशिश कर ले, लेकिन नियमत: निजीकरण नहीं किया जा सकता है. वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और समिति के सदस्य मोहन मरकाम ने कहा कि इस प्लांट का निजीकरण किसी कीमत पर भी नहीं होने दिया जाएगा. यह नियमत: गलत भी है. चूंकि एनएमडीसी ने यहां के भू-प्रभावितों को अपने विश्वास में लिया था. और एनएमडीसी प्रबंधन द्वारा ही प्लांट का संचालन करने की भी बात कही थी, लेकिन केंद्र सरकार इस प्लांट को निजीकरण करने के उद्देश्य से पूरी प्लानिंग कर रही है. राज्य सरकार ऐसा नहीं होने देगी और अगर एनएमडीसी इस प्लांट को नहीं चलाता है, तो राज्य सरकार इसको चलाने के लिए पूरी तरह से सक्षम है. इस प्लांट के तैयार होने के बाद राज्य सरकार इसे चलाने के लिए निर्णय ले सकती है.
स्वास्थ्य कारणों से दौरे में शामिल नहीं हो पाए दो विधायक
मरकाम ने कहा कि तीन दिवसीय दौरे के बाद अब विधानसभा उपक्रम समिति ने पूरी रिपोर्ट तैयार कर ली है. अब इसे विधानसभा में प्रस्तुत किया जाएगा. जिसके बाद राज्य सरकार इस पर निर्णय लेगी. वहीं समिति में शामिल भाजपा के दो विधायक नारायण चंदेल और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के इस बस्तर दौरे में शामिल नहीं होने के सवाल पर सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि दोनों ही भाजपा विधायक स्वास्थ्य कारणों से इस दौरे में शामिल नहीं हो पाए.